साईं सुदर्शन। आईपीएल 2023 में टीम गुजरात टाइटंस के खिलाड़ी। वह क्रिकेटर जिनके खून में ही खेल है। उनकी मां उषा राज्य स्तर की वॉलीबॉल खिलाड़ी रह चुकी हैं और पिता भी एथलीट रहे हैं। पिता ने ढाका में 1993 के एसएएफएफ गेम में हिस्सा लिया था।
मां खुद खिलाड़ी रही हैं, कई क्रिकेटर्स को कोचिंंग देती हैं
सुदर्शन की मां खुद खिलाड़ी रही हैं, कई क्रिकेटर्स को कोचिंंग (बतौर strength and conditioning coach) देती हैं। लेकिन, वह अपने बेटे को क्रिकेट खेलते टीवी पर नहीं देखती हैं। वह कहती हैं- मुश्किल से दस में दो बार मैं साईं को खेलते टीवी पर देखती होऊंगी। ज्यादातर समय वह मंदिर में बैठ कर दुआ करती हैं।
उषा क्यों नहीं देखती हैं बेटे को टीवी पर खेलते हुए
साईं की मां का कहना है कि जब वह बेटे को खेलते हुए टीवी पर देखती हैं तो तनाव में आ जाती हैं। इस वजह से काफी समय से उन्होंने उन्हें टीवी पर खेलते नहीं देखा है।
दिसंबर 2022 में बड़े बेटे साईंराम भारद्वाज के साथ ऊषा बेंगलुरु गई थीं। वहां साईं सुदर्शन तमिलनाडु की ओर से विजय हजारे ट्रॉफी में खेल रहे थे। उनकी मां ने वह मैच देखा था। वह बताती हैं कि ऐसा बहुत कम होता है। मैं दस में से आठ बार उसे खेलते हुए नहीं देखती हूं। बाद में रीप्ले देखती हूं।
मां के ट्रेनर के रूप में फेमस होने की जानकारी सांई को पहले नहीं थी
उषा बताती हैं कि साईं सुदर्शन को मेरे पेशेवर व्यक्तित्व के बारे में कुछ नहीं पता। वह कभी मुझे बतौर ट्रेनर नहीं देखता। जिन खिलाड़ियों को मैं कोचिंग देती हूं जब वे उन्हें अपनी शुभकामनाएं देते हैं और मेरी चर्चा करते हैं तब वह मुझसे आकर कहता है कि मां तुम तो बड़ी मशहूर हो। सब लोग तुम्हारे बारे में पूछते हैं। तब वह यकीन करता है कि मैं एक ट्रेनर हूं और मुझसे अपनी फिटनेस के लिए मदद मांगता है।
2020 के अंडर-19 वर्ल्ड कप के लिए साईं सुदर्शन का चयन नहीं हो पाया था। उसके बाद कोरोना की वजह से कोई खेल नहीं हुआ। इस समय का सदुपयोग सुदर्शन ने अपनी फिटनेस बढ़ाने के लिए किया।
उषा ने बेटे को प्रेरित करने के लिए विराट कोहली के फिटनेस वीडियोज दिखाए। वह जानती थीं कि सुदर्शन की उम्र विराट की तरह फिटनेस शेड्यूल फॉलो करने की नहीं है। फिर भी वह एक खास मकसद से उनके वीडियोज साईं को दिखाया करती थीं। मकसद था ‘कमिटमेंट’ के लिए प्रेरित करना और इसका महत्व समझाना।
2023 का आईपीएल साईं सुदर्शन का दूसरा आईपीएल है। 2022 और 2023 में 4 अप्रैल तक उन्हें सात आईपीएल मैच खेलने का मौका मिला। इनमें उन्होंने 229 रन बनाए। उनका सर्वाधिक स्कोर 65 रहा और वह दो बार नॉट आउट रहे। 2001 में 15 अक्टूबर को चेन्नई में जन्मे साईं को अब भारत के लिए वनडे और टेस्ट में खेलने का इंतजार है।