Yuzvendra Chahal Spin Bowling And Shane Warne: टीम इंडिया के लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल का कहना है कि उनकी बॉडी और उनका फिजिक फॉस्ट बॉलिंग के लिहाज से सही नहीं है। इसलिए वे लेग स्पिन बॉलिंग करते हैं। हालांकि ऐसा नहीं है कि वे फास्ट बॉलिंग नहीं कर सकते हैं। बचपन में कई बार ऐसा किया है, जब वे छहृ-सात साल के थे, लेकिन उनके पिता ने उन्हें इससे बचने को कहा। पिता यूनिवर्सिटी में खेलते थे और उसके कैप्टन भी रहे हैं। इंटरनेशनल क्रिकेट में फास्ट बालिंग नहीं करते हैं। पिता के कहने के बाद से वे लेग स्पिन बॉलिंग करने लगे।
Yuzvendra Chahal Spin Bowling And Shane Warne: युजवेंद्र तनाव से दूर रहते हैं
युजवेंद्र कहते हैं कि उनके पास कोई बिल्ड नहीं है। वे माइंड से खेलते हैं। वे दिमाग से काम लेते हैं। जब तक दिमाग चल रहा है तब तक सब कुछ ठीक है। वे खुद को बहुत चिल समझते हैं। बेवजह तनाव में नहीं रहते हैं।
युजवेंद्र चहल का कहना है कि उन्होंने जब आईपीएल में खेलना शुरू किया था तब उनकी मनपसंद टीम थी राजस्थान की, क्योंकि उसमें शेन वॉर्न थे। युजवेंद्र उनके बड़े फैन थे। उनका पोस्टर वे अपने कमरे में लगाए रखते थे। बचपन से वे हमेशा उनको देखते आए हैं। अंडर-19 तक वे बिल्कुल शेन वॉर्न की तरह ही एक्शन करते थे।
2010 में युजवेंद्र उनके प्रोबेबल्स में भी थे। लेकिन ऐसा नियम था कि 19 साल से कम उम्र वाले आईपीएल में नहीं खेल सकते थे। इसलिए टीम में नहीं शामिल हो सके थे।
युजवेंद्र के लिए यह बहुत दुखद है कि वे शेन वॉर्न से नहीं मिल सके। पहले वे एक हफ्ते के लिए इंडिया आने वाले थे। तब युजवेंद्र को लगा था कि उनसे मिलना एक सरप्राइजिंग होगा, लेकिन दुर्भाग्य से ऐसा नहीं हो सका। शेन वॉर्न अब दुनिया में ही नहीं हैं।
युजवेंद्र कहते हैं कि जब वे बॉलिंग करते हैं तो अपने हिसाब से ही सोचते हैं। किसी के कहने पर नहीं कर सकते हैं। इसलिए पहले से ही जाकर कैप्टन को बता देते हैं कि उन्हें कैसी फिल्ड चाहिए। चाहे कैप्टन माही हों, विराट हो या रोहित शर्मा हों, वे सबको इस बारे में पहले से ही बताए रहते हैं। क्योंकि उनको लगता है कि बॉल तो आखिरकार उन्हें ही फेंकना है।