अंकुर और युवराज दोनों टेबल टेनिस खेलते थे। दोनों हर साल गर्मियों में चंडीगढ़ के पास एक रिजॉर्ट में जाते और वहां खूब टेबल टेनिस खेलते थे। एक बार जब दोनों गए तो अंकुर ने युवराज को लगातार एक हफ्ते तक हराया। इस पर युवी को बड़ा गुस्सा आया। इतना कि उन्होंने लौटने के बाद टेबल टेनिस खरीद लिया। यही नहीं, जब एक साल बाद अंकुर वापस चंडीगढ़ युवराज के घर आए तो युवी ने उन्हें ‘हाय’ तक नहीं कहा।
सीधे हाथ पकड़ कर अपना टीटी टेबल दिखाने ले गए। युवराज ने अंकुर के हाथ में टीटी रैकेट पकड़ा दिया और लगातार दस बार अंकुर को हराया। तब जाकर ऐसा लगा कि उन्हें शांति मिली। युवराज टेबल टेनिस में चंडीगढ़ में अंडर 14 चैंपियन भी रह चुके हैं।
पढ़ाई की बात करें तो युवराज शुरू में पढ़ने में बड़े सुस्त थे। छठी तक वह किसी तरह पास कर पाते थे। हालांकि, बाद में जब वह कॉलेज गए तो बड़ी मेहनत की और ग्रेजुएशन अच्छे से पास किया था।
युवराज के स्कूल की एक टीचर (रवीना मैम) ने एक टीवी शो में बताया था कि स्कूल में एक बार अली बाबा चालीस चोर का म्यूजिकल कराया गया था तो इसमें युवराज स्टार परफॉर्मर साबित हुए थे। लीड चोर इसमें युवराज ही बने थे। रवीना मैम ने युवराज को तब से पढ़ाया था जब वह साढ़े तीन साल के थे।