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जब टेबल टेन‍िस में लगातार सात द‍िन हारे थे युवराज स‍िंंह, एक साल बाद भाई से ल‍िया था बदला  

युवराज स‍िंह को बचपन में क्र‍िकेट से कोई खास लगाव नहीं था। उन्‍हें स्‍केट‍िंग से सबसे ज्‍यादा लगाव थे। वह कई गेम खेलते थे। टेन‍िस, फुटबॉल, स्‍केट‍िंग और कभी-कभी क्र‍िकेट भी खेल ल‍िया करते थे। उनके स्‍केट‍िंग कोच बल‍व‍िंदर जौहर थे। स्‍केट‍िंंग में वह नेशनल लेवल पर गोल्‍ड मेडल भी जीत चुके हैं। तब वह नौ-दस साल के ही थे। युवराज जब स्‍केट‍िंग की ट्रेन‍िंग करने जाते थे तो ढेर सारे चॉकलेट लेकर जाते थे। लेक‍िन, सारे चॉकलेट उनके साथी ही चुरा कर खा जाते थे।
युवराज शुरू से थोड़े गुस्‍सैल स्‍वभाव के थे और हार को आसानी से पचाते नहीं थे। हराने वाले से जीत कर ही मानते थे। ऐसा ही एक वाकया उनके मौसेरे भाई अंकुर के साथ भी हुआ था।

अंकुर और युवराज दोनों टेबल टेन‍िस खेलते थे। दोनों हर साल गर्म‍ियों में चंडीगढ़ के पास एक र‍िजॉर्ट में जाते और वहां खूब टेबल टेन‍िस खेलते थे। एक बार जब दोनों गए तो अंकुर ने युवराज को लगातार एक हफ्ते तक हराया। इस पर युवी को बड़ा गुस्‍सा आया। इतना क‍ि उन्‍होंने लौटने के बाद टेबल टेन‍िस खरीद ल‍िया। यही नहीं, जब एक साल बाद अंकुर वापस चंडीगढ़ युवराज के घर आए तो युवी ने उन्‍हें ‘हाय’ तक नहीं कहा।

सीधे हाथ पकड़ कर अपना टीटी टेबल द‍िखाने ले गए। युवराज ने अंकुर के हाथ में टीटी रैकेट पकड़ा द‍िया और लगातार दस बार अंकुर को हराया। तब जाकर ऐसा लगा क‍ि उन्‍हें शांत‍ि म‍िली। युवराज टेबल टेन‍िस में चंडीगढ़ में अंडर 14 चैंप‍ियन भी रह चुके हैं।

पढ़ाई की बात करें तो युवराज शुरू में पढ़ने में बड़े सुस्‍त थे। छठी तक वह क‍िसी तरह पास कर पाते थे। हालांक‍ि, बाद में जब वह कॉलेज गए तो बड़ी मेहनत की और ग्रेजुएशन अच्‍छे से पास क‍िया था।

युवराज के स्‍कूल की एक टीचर (रवीना मैम) ने एक टीवी शो में बताया था क‍ि स्‍कूल में एक बार अली बाबा चालीस चोर का म्‍यूज‍िकल क‍राया गया था तो इसमें युवराज स्‍टार परफॉर्मर साब‍ित हुए थे। लीड चोर इसमें युवराज ही बने थे। रवीना मैम ने युवराज को तब से पढ़ाया था जब वह साढ़े तीन साल के थे।

वेंकट नटराजन खेल पत्रकार हैं। क्रिकेट में इनकी ना केवल रुचि है, बल्कि यह क्रिकेट के अच्छे खिलाड़ी भी रह चुके हैं। क्रिकेट से जुड़े क़िस्से लिखने के अलावा वेंकट क्रिकेट Match Live Update, Cricket News in Hindi कवर करने में भी माहिर हैं।