Site icon Cricketiya

Yousuf Youhana Struggle: 2006 में तोड़ दिया विवियन रिचर्ड्स का सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड, जानिये यूसुफ योहाना का ऐसा रहा सफर

Yousuf Youhana Breaking Record |

पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर यूसुफ योहाना। (फोटो- सोशल मीडिया)

Yousuf Youhana Struggle: यूसुफ योहाना पाकिस्तान के एक ऐसे खिलाड़ी हैं, जो मूल रूप से क्रिश्चियन थे, लेकिन इस्लाम धर्म से प्रभावित होकर उन्होंने 2004 में धर्म परिवर्तन कर लिया। अब वह इस्लाम धर्म पर आस्था रखने वाले मोहम्मद यूसुफ (Mohammad Yousuf) बन गये हैं। मोहम्मद यूसुफ तब चर्चा में आ गये थे, जब उन्होंने 2006 में विवियन रिचर्ड्स का सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड तोड़ा था। उनके पिता योहन्ना मसीह लाहौर के रेलवे के एक हॉस्पिटल में काम करते थे। उनकी मां वहीं नर्स थीं।

शुरू में यूसुफ को पिता ने दर्जी का काम सीखने के लिए भेजा, लेकिन उनका मन नहीं लगा और वे भाग आए। बाद में कुछ दिन तक लाहौर में रिक्शा चलाए। उसमें भी उनका मन नहीं लगा। उनका दिमाग क्रिकेट की ओर था। काफी कोशिश के बाद जब उनको क्रिकेट में अवसर मिला तो लाहौर वालों ने उनको डेब्यू नहीं कराने दिया।

Yousuf Youhana Struggle: पाकिस्तानी कप्तान राशिद लतीफ ने पहचानी प्रतिभा

इसके बाद वे बहावलपुर में प्रथम श्रेणी क्रिकेट में सेलेक्ट हुये और बाद में फिर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने का अवसर पाये। उनकी प्रतिभा और टैलेंट को पहचानने में  पाकिस्तानी कप्तान राशिद लतीफ का बड़ा हाथ है। जब राशिद लतीफ पाकिस्तान टीम के कप्तान बने तो उनको उसमें टैलेंट दिखा। जब वह हर तरफ से नाकाम साबित हो रहे थे, तब भी राशिद लतीफ को उनमें टैलेंट की गुंजाइश दिख रही थी।

Also Read: मियांदाद ने लगा दिया छक्का तो भारत ने शारजाह में मैच खेलने से कर दिया था मना, पाकिस्तानी खेल पत्रकार ने बताई वजह

वे यूसुफ को बांग्लादेश दौरे पर ले गये, लेकिन वहां यूसुफ कुछ खास नहीं कर सके। इसके बाद 1998 में उन्हें दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर ले गये। वहां के बाद वे आगे बढ़ते ही गये। इस तरह उनका कैरियर क्रिकेट में चमकने लगा।

यूसुफ योहाना का क्रिकेट में काम और योगदान अच्छा रहा है। उन्होंने पाकिस्तान के लिए 88 टेस्ट मैच और 282 वनडे खेले हैं। इस दौरान वे टेस्ट में 7431 रन और वनडे में 9624 रन बनाये हैं। यूसुफ इंसानी तौर पर बहुत ही सामाजिक और हमदर्द क्रिकेटर रहे हैं।

उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा कि मुल्क की क्रिकेट में अल्पसंख्यकों के साथ भेदभाव होता है। उनका इशारा पाकिस्तान की टीम में एकमात्र हिंदू क्रिकेटर दानिश कनेरिया की तरफ था। उनका कहना है कि वह हिंदू हैं, इसलिए उनके साथ अच्छा व्यवहार नहीं किया जाता है। उन्हें आगे नहीं बढ़ने दिया जाता है।

Exit mobile version