Yashaswi Jaiswa |, Cricketer |
Stories

क्र‍िकेटर बनने के ल‍िए भूखे रहा, टेंट में सोया, पानी-पूरी बेचा- जान‍िए यशस्‍वी जायसवाल के संघर्ष और कामयाबी की कहानी

क्रिकेटर यशस्वी जायसवाल का संघर्ष लगातार सफलता का रंग द‍िखाने लगा है। मार्च 2023 में यशस्वी ने एक नया रिकॉर्ड बनाया। ईरानी ट्रॉफी में शेष भारत की ओर से खेलते हुए उन्होंने सबसे ज्यादा रन बनाने का शिखर धवन का रिकॉर्ड तोड़ दिया। मध्यप्रदेश और शेष भारत के बीच हुई ईरानी ट्रॉफी में शेष भारत विजेता बना।

ईरानी ट्राफी में यशस्वी ने बनाया था रिकॉर्ड

फाइनल मैच में यशस्‍वी ने 357 रन बना कर शेष भारत का स्कोर 484 तक पहुंचवा द‍िया। बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने पहली पारी में 259 बॉल पर 213 रन बनाए। दूसरी पारी में भी उन्होंने अपना फॉर्म बरकरार रखा और 157 गेंदों पर 144 रन बनाए। इससे पहले यह रिकॉर्ड शिखर धवन के नाम था शिखर धवन ने 2011-12 सीजन में शेष भारत और राजस्थान के बीच मैच में 332 रन बनाकर रिकॉर्ड बनाया था। इसके 1 साल बाद ही शिखर धवन को टेस्ट टीम में शामिल कर लिया गया था।

घर से मुंबई संघर्ष का संकल्प लेकर पहुंचे थे

28 द‍िसंबर, 2001 में जन्‍मे यशस्‍वी के यहां तक पहुंचने की कहानी संघर्षों से भरी हुई है। भदोही से एक लड़का क्रिकेट खेलने के लिए मुंबई आया था और यह सोच कर आया था क‍ि या तो कुछ करो या फिर लौटकर घर जाओ। उस दौर में उनके पास तीन टाइम खाना खाने के पैसे नहीं थे।

कई बार ऐसा हुआ क‍ि आजाद मैदान के टेंट में सोकर रात ब‍ितानी पड़ी। ट्रेनिंग के बाद पानी-पूरी बेच कर पैसे का जुगाड़ करना पड़ता था।

Also Read: क्र‍िकेट खेले भारत-पाक‍िस्‍तान – शाहि‍द आफरीदी बोले- टीम इंड‍िया में आज भी मेरे दोस्‍त, सुरेश रैना ने मुझे द‍िया बल्‍ला

कुछ करके द‍िखाना है- यह जुनून उनका हौसला डि‍गने नहीं दे रहा था। और, जब 2020 के आईपीएल सीजन के ल‍िए राजस्थान रॉयल्स ने 2.4 करोड़ रुपए में उन्‍हें अपनी टीम के लिए खरीदा तो वह समझ गए क‍ि अब गरीबी से नहीं लड़ना है, बस क्र‍िकेट के ल‍िए मेहनत करना है।

सीन‍ियर लेवल पर टी-20 का एक भी मैच खेले ब‍िना राजस्थान रॉयल्‍स ने उन पर भरोसा जताया था। हालांक‍ि, उन्‍होंने अंडर-19 वर्ल्ड कप में 6 पारियों में 400 रन बनाकर सबसे ज्यादा रन बनाने वाले क्रिकेटर बन कर उन्होंने उम्‍मीदें बढ़ा दी थीं। लेक‍िन, आईपीएल में खुद को साब‍ित करने में उन्‍हें उम्‍मीद से ज्‍यादा मेहनत करनी पड़ी। लेक‍िन हर नाकामयाबी के बाद यशस्‍वी यही सोचते हैं क‍ि यहां तक पहुंचने के लिए उन्होंने काफी मेहनत की है और उनके पास गंवाने के लिए कुछ नहीं है, अभी सिर्फ पाना ही है। इस जज्बे के साथ वह लगातार अपने आप को बेहतर करने में जुटे हुए हैं।

LEAVE A RESPONSE

Your email address will not be published. Required fields are marked *

वेंकट नटराजन खेल पत्रकार हैं। क्रिकेट में इनकी ना केवल रुचि है, बल्कि यह क्रिकेट के अच्छे खिलाड़ी भी रह चुके हैं। क्रिकेट से जुड़े क़िस्से लिखने के अलावा वेंकट क्रिकेट Match Live Update, Cricket News in Hindi कवर करने में भी माहिर हैं।