World Cup Team 2023: देश के लिए विश्व कप खेलने का सपना ठीक है, लेकिन मेहनत उससे ज्यादा जरूरी, जानिये किसने कहा था यह
क्रिकेट में कदम रखने वाले हर खिलाड़ी की यह इच्छा जरूर होती है कि वह अपने देश के लिए अंतरराष्ट्रीय मैच खेले। उसमें भी वह चाहता है कि उसे विश्व कप के लिए टीम में लिया जाए। हर देश की टीम में ऐसे कई खिलाड़ी हैं, जिनको यह मौका अब तक नहीं मिल सका है। हालांकि वे लंबे समय तक देश के लिए वनडे, टेस्ट और टी20 खेलते रहे हैं।
World Cup Team 2023: भारत में भी कई क्रिकेटर ऐसे नही पा सके अवसर
इसको लेकर एक बार एक इंटरव्यू में श्रीलंका के पूर्व क्रिकेटर और विश्व कप विजेता टीम के कप्तान अर्जुन रणतुंगा ने कहा था, “देश के लिए विश्व कप खेलने का सपना ठीक है, लेकिन मेहनत उससे ज्यादा जरूरी है।”
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भारतीय क्रिकेटर वीवीएस लक्ष्मण देश के लिए 1996 से 2012 के बीच 134 टेस्ट और 86 वनडे मैच खेले, लेकिन दुर्भाग्य से विश्व कप में उन्हें कभी अवसर नहीं मिल सका। लक्ष्मण को 2003 के विश्व कप टीम में शामिल होने का अवसर मिलने वाला था, लेकिन अंतिम क्षणों में सेलेक्टरों ने उनकी जगह दिनेश मोंगिया को चुन लिया।
लक्ष्मण ने टेस्ट में 46 की औसत से 8781 रन बनाए, जिसमें 17 शतक और 56 अर्धशतक बनाए। वहीं वनडे में 30.7 की औसत से 2338 रन बनाए। इस फॉर्मेट में उन्होंने 6 शतक बनाए।
भारत के ही चेतेश्वर पुजारा ने भारत के लिए अब तक 103 टेस्ट मैच में 43.60 की औसत से 7195 रन बनाए, जिसमें 19 शतक और 35 अर्धशतक जड़े हैं। हालांकि वनडे फॉर्मेट में वह 5 ही मुकाबले खेल पाए हैं। उन्होंने भारत के लिए 2014 में आखिरी बार वनडे मैच खेला था। इस फॉर्मेट में उनके नाम 5 पारियों में सिर्फ 51 रन दर्ज हैं। ऐसे में आने वाले समय में उनका भारत के लिए वर्ल्ड कप खेलना मुश्किल लगता है।
इंग्लैंड के बैट्समैन एलिस्टर कुक क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में खेलते रहे हैं, लेकिन वह भी कभी इंग्लैंड के लिए वर्ल्ड कप नहीं खेल पाए। 2006 में डेब्यू करने वाले कुक ने अपने 12 साल लंबे करियर में 161 टेस्ट, 92 वनडे और 4 टी-20 इंटरनेशनल मैच खेले। कुक ने टेस्ट में 45.4 की औसत से 12472 रन बनाए, जिसमें उन्होंने 33 शतक औऱ 57 अर्धशतक जड़े।
कुक ने वनडे में 36.4 की औसत से 3204 रन बनाए, वह टेस्ट वाली कामयाबी सीमित ओवर क्रिकेट में नहीं ला सके। उन्होंने अपना आखिरी वनडे 2014 में खेला था, 2007 और 2011 विश्व कप के लिए इंग्लैंड टीम में उनको जगह नहीं मिल सकी।
ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर जस्टिन लैंगर देश के इतिहास के सबसे अच्छे सलामी बल्लेबाजों में से एक माने जाते हैं। टेस्ट क्रिकेट में तो वे बेजोड़ रहे हैं। परन्तु ऑस्ट्रेलिया के लिए कभी विश्व कप नहीं खेल पाए। 1993 से 2007 के बीच लैंगर ने ऑस्ट्रेलिया के लिए 105 टेस्ट औऱ 8 एक दिवसीय मैच खेले। टेस्ट में उन्होंने 45.27 की औसत से 7696 रन बनाए, जिसमें 23 शतक और 30 अर्धशतक जड़े। 2021 में उनके हेड कोच रहते हुए ऑस्ट्रेलिया ने पहला टी-20 वर्ल्ड कप जीता।
न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाज क्रिस मार्टिन ने 71 टेस्ट, 20 वनडे और 6 टी-20 इंटरनेशनल मैच खेले। उन्होंने टेस्ट में 233 विकेट चटकाए, जिसमें उन्होंने 10 बार पारी में पांच विकेट चटकाने का कारनामा किया। लेकिन टेस्ट जैसी कामयाबी उन्हें वनडे क्रिकेट में नहीं मिली। 2007 विश्व कप में उन्हें डैरेल टफी की जगह शामिल किया गया था, लेकिन उन्हें मैच खेलने का मौका नहीं मिला।