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पोलार्ड पांच साल के थे, तभी पिता ने घर छोड़ दिया, रोटी के लिए मां करती थीं मजदूरी, तंगहाली से निकलकर ऐसे बने क्रिकेटर

IPL 2023 | Kieron pollard |

वेस्टइंडीज के क्रिकेटर कीरोन पोलार्ड। (फोटो- फेसबुक)

वेस्टइंडीज टीम के कप्तान रहे कीरोन पोलार्ड की जिंदगी बहुत ही गरीबी और तंगहाली में बीती थी। घर के हालात ऐसे थे कि एक वक्त का खाना भी तभी मिलता था, जब मां मजदूरी करके कुछ पैसे लाती थी। पोलार्ड पांच साल के थे, तभी अचानक पिता घर छोड़कर चले गये, फिर कभी नहीं लौटे। बेबस मां के सामने मजदूरी करने के अलावा रोजी-रोटी कमाने का और कोई जरिया नहीं था। मां ने भी हिम्मत नहीं हारीं। वह परिवार के पालन-पोषण करने और बच्चों को दिक्कतों से बचाने के लिए लगातार मेहनत-मजदूरी में जुटी रहीं।

पोलार्ड बचपन से एक होनहार खिलाड़ी की तरह थे। उनमें संघर्ष के दिनों में हालात से जूझने की जबर्दस्त क्षमता थी। जिस वक्त पोलार्ड क्रिकेट की ओर आकर्षित हुए वह समय उनके लिए अनुकूल नहीं था। दरअसल पोलार्ड का घर जिस इलाके में था, वह चोरों-बदमाशों का इलाका था। ड्रग तस्करी से लेकर राहजनी वहां सामान्य बात थी। ऐसे में इन सबसे बचाकर खुद को क्रिकेट खेलने पर फोकस करना वहां के किशोर उम्र के बच्चों के लिए बड़ी बात थी।

पोलार्ड को उनकी मां ने इस काम में भरपूर मदद कीं। वह उन्हें निराश न होने और लगन से खेलते रहने के लिए प्रेरित करती रहती थीं। यही वजह है कि पोलार्ड तमाम बाधाओं को पार करते हुए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपनी एक जगह बनाने में सफल रहे।

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पिछले साल पोलार्ड ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। संन्यास लेने से पहले आईपीएल में मुंबई इंडियंस की ओर से खेलने वाले पोलार्ड ने वर्ष 2021 में श्रीलंका के खिलाफ खेलते हुए टी20 में एक ही ओवर में छह छक्के लगाकर नया रिकार्ड कायम किया था।

जिस समय पोलार्ड ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लिया, उस समय उनके लिए यह फैसला बड़ा कठिन था। उन्होंने अपने संन्यास की घोषणा के समय इस बात को कहा भी और बोले कि फैसला कठिन लेकिन जरूरी था। उन्होंने कहा कि और भी अच्छे खिलाड़ी हैं उन्हें अवसर मिलना चाहिए।

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