सुशील शर्मा जम्मू-कश्मीर के बॉक्सर थे और चाहते थे कि उनके बेटे भी बॉक्सर बनें। पर, बड़े बेटे विक्रांत शर्मा ने साफ मना कर दिया। उन्होंने पिता की ख्वाहिश की परवाह छोड़ क्रिकेट का बल्ला थामने का फैसला किया। यही नहीं, बाद में उन्होंने अपने 11 साल छोटे भाई विव्रांत शर्मा (Vivrant sharma ) के लिए भी क्रिकेट का रास्ता साफ कर दिया।
विव्रांत को सनराइजर्स हैदराबाद आईपीएल टीम ने 2022 के मिनी ऑक्शन में 2.6 करोड़ रुपए में खरीदा था। 2023 के आईपीएल में ही विव्रांत ने अपना पहला अर्द्धशतक ठोंक दिया। अपना तीसरा आईपीएल मुकाबला खेलते हुए विव्रांत ने केवल 47 गेंदों में 69 रन बना लिए थे। अपनी पहली ही पारी में आईपीएल में किसी खिलाड़ी ने इससे ज्यादा रन नहीं बनाया।
विव्रांत के पिता 2015 में किडनी फेल्योर के चलते दुनिया छोड़ गए थे। इसके बाद विक्रांत ने अपना क्रिकेट कॅरिअर त्याग दिया और परिवार का बिजनेस संभाल लिया। एक बार पापा विक्रांत को जम्मू में एक अखाड़े लेकर गए थे। वहां जाकर विक्रांत को डर लग गया था। उन्होंने पापा से साफ कह दिया था कि वह बॉक्सर नहीं बनना चाहते, उन्हें क्रिकेट खेलने दें।
इसके बाद विक्रांत ने पिता की इच्छा के विरुद्ध क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था। लेकिन, साल 2009 में उनकी मां का ब्रेन हैमरेज हो गया और वह नहीं रहीं। उस समय विक्रांत का अंडर 16 टीम में चयन की संभावना थी। लेकिन, विव्रांत उस समय बहुत छोटा था। पूरा परिवार सदमे में था। ऐसे में विक्रांत को क्रिकेट खेलने की हिम्मत देने वाला कोई नहीं था। लिहाजा, उनकी राह में रोड़ा आ गया। इसी वजह से पापा की मौत के बाद विक्रांत ने विव्रांत के सामने वह स्थिति नहीं आने दी।
विक्रांत ने भाई विव्रांत से कहा- तुम हमारा सपना पूरा करो और मैं तुम्हारे साथ हूं। यही नहीं, उनकी सौतेली मां सुनीता मगोत्रा ने भी बेटे का सपना पूरा करने में हर तरह से मदद की। विव्रांत ने भाई और मां से हिम्मत पाकर जबरदस्त मेहनत की और लगातार अपने खेल में निखार लाते गए।