भारतीय क्रिकेट टीम में विराट कोहली काफी चर्चित और तेज रफ्तार से खेलने वाला नाम है। कई बार जब मैच में वह बहुत ज्यादा स्कोर बनाते हैं तो न्यूज मीडिया में हेडलाइंस ऐसे जाती है- कोहली ने खड़ा किया विराट स्कोर। भारतीय टीम के हेड कोच रवि शास्त्री उनसे काफी प्रभावित हैं।
शास्त्री कोहली के अनुशासन और स्टैमिना को उनकी विशेषता बताते हैं
अपनी किताब ‘स्टार गेजिंग: द प्लेयर्स इन माई लाइफ (Star Gazing: The Players in My Life)’ में उन्होंने इस बात का विस्तार से जिक्र किया है। उन्होंने कोहली के आत्मबल, खुद पर भरोसा और आत्म अनुशासन को उनकी विशेषता बताते हुए उन्हें ‘बिगेस्ट बून टू क्रिकेट (Biggest Boon to Cricket)’ कहा है।
रवि शास्त्री लिखते हैं, “मैदान के बाहर, विराट का बिल्कुल अलग चरित्र है
रवि शास्त्री किताब में लिखते हैं, “मैदान के बाहर, विराट का एक बिल्कुल अलग चरित्र है, बहुत आराम और शांत। वह अपने सुपरस्टार दर्जे को हल्के ढंग से लेते हैं। सफलता का आनंद लेते हैं, लेकिन उसमें इस हद तक नहीं डूब जाते हैं कि इससे उनकी तैयारियों और व्यक्तिगत जीवन प्रभावित हो। अच्छी बात यह है कि वह मैदान पर अपने साथ अपनी पुरानी बातों का बोझ नहीं ढोते हैं। वह अपनी गलतियों से सीखते हैं, और अगली चुनौती के लिए खुद को चार्ज करने में समय लगाते हैं।”
यह भी पढ़ें: रवि जब 10 साल के थे, तब पिता उन्हें यह कहकर चिढ़ाते थे, जानें वह किस्सा
अभी हाल ही में अहमदाबाद में बार्डर-गावस्कर ट्रॉफी मैच में विराट कोहली ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए 186 रन बनाए। इसके पहले उनको लेकर तमाम तरह की बातें कही जा रही थीं, लेकिन उनका फोकस खेल पर ही था। पिछले कुछ दिनों से उनके बल्ले से अच्छे रन नहीं निकल रहे थे, उन्होंने इस पर ध्यान दिया और अहमदाबाद में एक बार फिर खुद को बिगेस्ट बून टू क्रिकेट साबित कर दिया।
रवि शास्त्री कहते हैं कि वह एक मास्टर बल्लेबाज और एंटरटेनर हैं। वह जो रन बनाते हैं और जिस तरह से खेलते हैं, वह दर्शकों को लुभाता है। दर्शक इसका भरपूर आनंद लेते हैं। शास्त्री उम्मीद जताते हैं कि अगर विराट खुद को फिट रखे तो वे कई रिकॉर्ड तोड़ने में सक्षम होंगे। भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने भी विराट कोहली की तारीफ की है। वह कहते हैं कि विराट अपने खेल से टीम के लिए वैसा ही परफॉर्मेंस करना चाहते हैं, जैसा वह हर बार करते रहे हैं।