Vinod Kambli Fixing Allegations । Vindo Kambli
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Vinod Kambli Fixing Allegations: क्या सच में Fix था 1996 का वर्ल्डकप सेमीफाइनल ? विनोद कांबली के फिक्सिंग के खुलासे से मच गई थी हलचल

Vinod Kambli Fixing Allegations: क्रिकेट जगत में 90 का दौर ऐसा दौर था जब हर तरफ क्रिकेट मैच फिक्स होने के चर्चे हो रहे थे। दुनिया भर की टीमें मैच फिक्सिंग के घेरे में दिखाई दे रही थीं। ऐसे में जब 1996 के वर्ल्डकप सेमीफाइनल मैच को लेकर भारतीय क्रिकेटर Vinod Kambli ने मैच फिक्सिंग का शक जताया तो चारों तरफ तहलका मच गया।

Vinod Kambli Fixing Allegations: अजहरूद्दीन के फैसले से हैरान रह गए थे कांबली

भारत की तरफ से 17 टेस्ट मैच में 1084 रन और 104 वनडे में 2477 रन बनाने वाले Vinod Kambli ने साल 2011 में एक सनसनीखेज खुलासा करते हुए पूरी क्रिकेट इंडस्ट्री में तहलका मचा दिया था। ये खुलासा मैच फिक्सिंग के लेकर था। कांबली ने दावा किया था कि  1996 के वर्ल्डकप सेमीफाइनल के मैच  के दौरान पूरी टीम ने पहले ही फैसला कर लिया था कि अगर टॉस जीते तो  पहले बल्लेबाजी करेंगे। लेकिन कांबली को शक तब हुआ जब तत्कालीन कप्तान अजहरूद्दीन ने पहले फील्डिंग करने का फैसला किया।

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Vinod Kambli ने एक इंटरव्यू में बताया था कि ‘मैंने देश से या टीम से कभी गद्दारी नहीं की लेकिन आज मेरा मन हल्का हो गया लेकिन मैं ये 1996 (विश्व कप सेमीफाइनल) का मैच कभी नहीं भूल सकता क्योंकि इस मैच के बाद मेरा कैरियर खत्म हो गया.’ उन्होंने कहा, हम चैंपियन बनने वाले थे। हमने पूरे टूर्नामेंट में बढ़िया क्रिकेट खेली थी लेकिन यह मैच रद्द कर दिया गया। ‘मैं हैरान हो गया था कि हमने पहले फील्डिंग  का फैसला क्यों किया। मैं एक छोर पर खड़ा था और बाकी बल्लेबाज आकर मुझे कहते हैं कि Vinod Kambli कोई परेशानी नहीं हम ये लक्ष्य हासिल कर लेंगे लेकिन खुद विकेट देकर चले जाते रहे.’

मैच फिक्सिंग को लेकर कांबली ने बहुत कुछ कहा था, उन्होंने ये भी कहा, ‘ हमारे मैनेजर अजित वाडेकर को सब कुछ पता था. उन्होंने बाद में एक लेख भी लिखा था कि विनोद कांबली को बलि का बकरा बना दिया गया.’

कांबली ने कहा, ‘मैं रोते-रोते ड्रेसिंग रूम में गया था. पूरी की पूरी टीम रो रही थी लेकिन मुझे पता नहीं कि किस के मगरमच्छ के आंसू थे और कौन वास्तव में रो रहा था. मैं बहुत दुखी था. जिस तरह से सचिन तेंदुलकर का सपना विश्व कप जीतने का था उसी तरह से मेरा और सभी खिलाड़ियों का भी था. मेरा वो सपना 1996 में अधूरा रह गया.’

मालुम हो श्रीलंका ने कोलकाता में खेले गये उस सेमीफाइनल मैच में पहले बल्लेबाजी करते बुए आठ विकेट पर 251 रन बनाये थे। भारत के जब 120 रन पर आठ विकेट गिर गये तो दर्शकों ने हंगामा कर दिया जिसके बाद आगे का खेल नहीं हो पाया। आखिर में मैच रेफरी क्लाइव लायड ने श्रीलंका को इस मैच में ‘डिफाल्ट’ से विजेता घोषित कर दिया था। ऐसे में काफी हद तक यही कयास लगाए गए कि ये मैच पूरी तरह फिक्स था।