Site icon Cricketiya

जब ब्र‍िटेन के राजमहल से ”चार्ल्‍स” और ”डायना” को उठा अपने घर ले आए थे ब‍िशन सिंह बेदी 

Cricketer Struggle, Former cricketer story

भारतीय क्रिकेट के पुराने खिलाड़ी बिशन सिंह बेदी। (फोटो- फेसबुक)

बात 1979 के आईसीसी क्र‍िकेट वर्ल्‍ड कप की है। इंग्‍लैंड में यह टूर्नामेंट हुआ था। ब्र‍िट‍िश राजमहल की ओर से टीम इंड‍िया को बुलावा आया था। टीम में ब‍िशन स‍िंंह बेदी भी थे। महारानी सीढ़‍ियों से उतर कर आ रही थीं। उनके साथ वेल्‍श कॉरगीज (कुत्‍तों की एक प्रजात‍ि) भी झूमते हुए नजर आ रहे थे। ब‍िशन बेदी को कुत्‍ते बेहद पसंद हैं। उनके बेटे अंगद बेदी उस समय छोटे थे। उन्‍होंने दो कुत्‍ते उठा ल‍िए। एक नर, एक मादा।

फ्लाइट में उन पर शाही परिवार का मजाक उड़ाने का आरोप लगा

ब‍िशन स‍िंंह बेदी ने एक इंटरव्‍यू में यह वाकया सुनाते हुए इससे जुड़ी एक और द‍िलचस्‍प बताई। उन्‍होंने बताया जब फ्लाइट में इनके बारे में जानकारी मांगी गई तो नर कुत्‍ते का नाम चार्ल्‍स और मादा का डायना बताया। इस पर ब्र‍िट‍िश कस्‍टम अफसर ने कहा- Are you taking a mickey out of our royalty?  (क्‍या आप हमारे शाही पर‍िवार का मजाक उड़ा रहे हैं?) ब‍िशन स‍िंंह बेदी ने जवाब द‍िया- न, मैं तो उन्‍हें अपने साथ ले जा रहा हूं।
Also Read: जब जहीर अब्बास को सनी ने किया आउट तो कपिल से क्यों बोले- तुम्हें बालिंग करना नहीं आता
ब‍िशन स‍िंंह बेदी शुरू से कुत्‍ते पालने के शौकीन रहे हैं। वह कुत्‍ते की वफादारी के कायल हैं। उनकी राय है क‍ि कुत्‍ता एक मात्र ऐसा जानवर है, ज‍िसे आप रोटी नहीं भी देंगे तो वह इंतजार करेगा, लेक‍िन घर छोड़ कर नहीं जाएगा।

बात 1979 के वर्ल्ड कप की करें तो इसमें भारत अच्छा खेल नहीं दिखा सका था। टूर्नामेंट में वेस्टइंडीज की जीत हुई थी। वेस्टइंडीज में लगातार दूसरी बार विश्व कप जीता था। क्‍लाइव लॉयड उसके कप्‍तान थे। लॉर्डस के मैदान में फाइनल मुकाबले में इंग्‍लैंड को हरा कर उन्‍होंने टूर्नामेंट जीता था।

1979 के वर्ल्ड कप में वेंकटराघवन की कप्‍तानी में ब‍िशन सिंह बेदी खेले थे

भारत की टीम में श्रीनिवास वेंकटराघवन की कप्‍तानी में ब‍िशन सिंह बेदी, अंशुमन गायकवाड़, गुंडप्पा विश्वनाथ, द‍िलीप वेंगसरकर, मोह‍िंदर अमरनाथ जैसे खिलाड़ी थे। व‍िश्‍वनाथ ने तीन मैचों में 106 रन बनाए थे और टीम के टॉप स्‍कोरर रहे थे।

ब‍िशन स‍िंंह बेदी का कहना है क‍ि क‍िसी भी महान आदमी की सबसे बड़ी कमजोरी उसकी महानता ही होती है। उन्‍होंने बताया क‍ि शेन वार्न जैसे द‍िग्‍गज सच‍िन के सामने बोल‍िंंग करने में प्रेशर में रहते थे। उन्‍हें नींंद नहीं आती थी। एक बार शेन वार्न ने बेदी से सच‍िन को आउट करने के ट‍िप्‍स पूछे। बेदी ने उन्‍हें कुछ गुर बताए। इसे वार्न ने आजमाया और सच‍िन का श‍िकार करने में कामयाब रहे।

Exit mobile version