Umran Malik Bowling and Father Concern: जम्मू के गूजर नगर के उमरान मलिक साल 2021 के अक्टूबर महीने में इतवार की रात को सनराइजर्स हैदराबाद की ओर से अपना पहला आईपीएल मुकाबला खेल रहे थे। उस वक्त उनकी उम्र 21 साल की थी। इस नौजवान ने पहले ही आईपीएल मुकाबले में 150 किमी की रफ्तार से ऐसी गेंद फेंकी कि पूरे इलाके में कई दिन तक उसी की चर्चा होती रही।
फल-सब्जी की दुकान लगाने वाले अब्बू अब्दुल मलिक ने जब यह चर्चा सुनी तो उन्हें बड़ी राहत मिली। उन्हें लगा कि एक बड़ी चिंंता से मुक्ति मिल गई। चिंता थी बेटे के गलत संगत में पड़ कर ड्रग्स की लत में फंस जाने की।
Umran Malik Bowling and Father Concern: उमरान टेनिस बाल खेलने जाते थे तो पिता चुपके से देखते रहते थे
अब्दुल मलिक ने मीडिया से अपने इस डर का इजहार करते हुए कहा था- आपको उसकी उम्र मालूम है। इस उम्र में खतरा है कि बाकी लड़कों की तरह वह भी कहीं नशे (ड्रग्स) के चक्कर में न फंस जाए। हालांकि, उसने घरवालों को आश्वस्त किया है कि उसे सिर्फ और सिर्फ क्रिकेट का नशा है। इसलिए चिंता करने की जरूरत नहीं है। अब्दुल को चिंंता इतनी होती थी कि जब उमरान रात को टेनिस बॉल से क्रिकेट खेलने जाते तो वह चुपके से बेटे का पीछा करते हुए जाते थे।
उमरान ने आईपीएल खेलने से महज 4 साल पहले करियर की शुरुआत की थी। वह भी गुजर नगर में सीमेंट की बनी पिच से। बाद में वह घर के पास ही एक कोचिंंग में नेट प्रैक्टिस करने गए। उनके पास ढंग के जूते तक नहीं थे।
उमरान के कोच रणधीर सिंह मन्हास याद करते हैं- वह बहुत साधारण सा लड़का था। नेट प्रैक्टिस करना चाहता था। मैंने कहा- चलो, बॉल फेंको। वहां पर जम्मू-कश्मीर टीम के लिए खेलने वाला एक क्रिकेटर मौजूद था उन्होंने उमरान को बॉलिंग करते हुए देखा और मुझसे कहा कि सर इस लड़के में दम है। यह बड़ा क्रिकेटर बन सकता है। उसके 3 साल बाद ही इमरान को आईपीएल में मौका मिल गया।
उमरान अंडर 19 ट्रायल के लिए जम्मू गया। जम्मू-कश्मीर टीम के लिए उसका चयन हो गया। जम्मू कश्मीर के नामी क्रिकेटर परवेज रसूल और इरफान पठान उमरान से काफी प्रभावित हुए। कई जूनियर खिलाड़ी उमरान की गेंदों का सामना करने से डरते थे। उन्हें डर लगता था कि कहीं चोट ना लग जाए। उसके बॉल की रफ्तार हर किसी का ध्यान खींच रही थी।
आईपीएल खेलने से पहले उमरान का चयन विजय हजारे और सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी टूर्नामेंट के लिए हुआ। इसके कुछ ही समय बाद उनके दोस्त अब्दुल समाद ने सनराइजर्स हैदराबाद में नेट बॉलर के लिए उनका नाम रिकमेंड कर दिया। 2021 में जब कोविड के चलते नटराजन नहीं खेल पा रहे थे तो उमरान को मौका मिला। मौका मिलते ही उमरान ने अपने आप को साबित कर दिया।