भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान हरमनप्रीत सिंह ब्रेकफास्ट विथ चैंपियन के शो में हॉस्ट गौरव कपूर को एक मजेदार बात बताई। उन्होंने कहा कि हाथ में टैटू डिजाइन करा लिया था। लेकिन घर वालों को नहीं पता था। महीनों उस पर पैड बांधकर रखती थी, जिससे कोई देख न सके। एक दिन मम्मी ने देख लिया। वह पूछी कि यह क्या है। मैंने कहा कुछ नहीं ऐसे ही कल तक मिट जाएगा।
फ्रेंड्स की वजह से सबको पता चल गया
अगले दिन वह फिर पूछी तो मैंने बता दिया कि यह परमानेंट है, अब नहीं जाएगा। वह बहुत नाराज हुईं। बोलीं पापा मारेंगे। मैंने मम्मी से कहा मैनेज कर लो, वह नाराज होने लगीं। बहुत दिन तक ऐसे चलता रहा। एक दिन मजेदार किस्सा हुआ। मेरे घर फ्रेंड्स आये थे। मैं पानी पी रही थी, तभी किसी ने मेरे हाथ में टैटू देख लिया और जोर से पूछने लगा। अब मुझे डर लगने लगा कि पापा सबसे सामने मुझे डांटेंगे, लेकिन पापा ने कोई रिएक्ट नहीं किया।
मम्मी ने कहा सब संभाल लिया है, आगे से मत करना
मैंने मम्मी से पूछा कि सब ठीक तो है, क्या हुआ। मम्मी बोलीं कि मैंने पापा को बता दिया था। कोई बात नहीं। मैंने कहा कि आपने संभाल लिया, उन्होंने कहा कि सब संभाल लिया। अब आगे से कुछ मत करना।
हरमनप्रीत ने कहा कि पापा की वजह से ही खेल शुरू किया था। पापा खुद स्पोर्ट्सपर्सन हैं। वह कहते थे कि मेरे को बहुत ज्यादा उम्मीद नहीं है पढ़ाई में फर्स्ट आओ या सेकंड आओ बस पास हो जाओ। बाकी जिसमें रुचि है वह करो। उनको पता था कि ज्यादा इंट्रेस्ट इसका खेल में हैं। उनका यह था कि पढ़ो जितना पढ़ सको, खेलो लेकिन दिल से खेलो, कोई कंप्लेन नहीं आनी चाहिए।
एक और किस्सा हरमन बताती हैं। उन्होंने बताया कि एक दिन गली में खेल रहे थे। तभी एक लड़का परेशान करने लगा। कभी बॉल फेंक देता तो कभी फुटबाल हमारी तरफ फेंक देता था। काफी देर से परेशान कर रहा था। गुस्से में मैंने एक बैट उठाकर उसको पीछे से मार दिया।
बाद में मैंने सोचा कि हम लोग तो आठ दस ही हैं, उसके साथ बीस-पच्चीस बंदे घूम रहे हैं। मैंने भैया को फोन किया कि भैया जल्दी-जल्दी आओ। फिर भैया आए तो सब मैनेज कर लिये।