Team India First Captain Cool Ajit Wadekar: भारतीय क्रिकेट के इतिहास में अजीत वाडेकर एक ऐसा नाम है, जिनके नाम कई उपलब्धियां दर्ज हैं। वह शायद इकलौते ऐसे क्रिकेटर रहे हैं, जिन्होंने खिलाड़ी के अलावा कैप्टन, कोच, मैनेजर और बीसीसीआई में चीफ टीम सेलेक्टर जैसी जिम्मेदारियों को बखूबी निभाया है। उनके बारे में कई किस्से हैं। सुनील गावस्कर ने एक इंटरव्यू में उनके बारे में कई किस्सों को जिक्र किया।
Team India First Captain Cool Ajit Wadekar: कभी किसी पर नहीं आया गुस्सा
उन्होंने बताया कि कहने को तो सब लोग महेंद्र सिंह धोनी को पहले कैप्टन कूल कहते हैं, लेकिन सच यह है कि धोनी से पहले अजीत वाडेकर कैप्टन कूल रहे हैं। वह भारतीय क्रिकेट के इतिहास में सबसे पीसफुल क्रिकेटर रहे हैं। उन्हें कभी किसी ने गुस्सा करते हुए नहीं देखा है। गावस्कर के मुताबिक वाडेकर ने किसी को कभी अपशब्द भी नहीं बोला है। हालांकि बिशन सिंह बेदी से उनकी कई मुद्दों पर बहस होती थी।
Team India First Captain Cool Ajit Wadekar: उनकी कप्तानी में ही खेलकर गावस्कर की बैटिंग में धार आई थी
सुनील गावस्कर ने अपने कैरियर की शुरुआत अजीत वाडेकर की कप्तानी में ही की थी। इसलिए वे उनके बारे में अच्छी तरह जानते हैं। उनकी कप्तानी में ही खेलकर गावस्कर की बैटिंग में धार आई थी।
टीम इंडिया ने 1967-68 में पहली बार विदेश जमीन पर टेस्ट सीरीज जीती थी। यह जीत न्यूजीलैंड के वेलिंगटन में मिली थी। इस मैच में अजीत वाडेकर ने एक बैट्समैन के रूप में शानदार पारी खेलते हुए 143 रन बनाए थे। वाडेकर की यह पारी भारत को टेस्ट सीरीज जीतने का गवाह बनी। यहां भारत ने चार टेस्ट की सीरीज 3-1 से अपने नाम की थी।
इसके बाद 1970-71 में उनको भारतीय टीम की कप्तानी की जिम्मेदारी दी गई। उनका पहला दौरा वेस्टइंडीज का था। अपनी कप्तानी के पहले विदेशी दौरे पर ही उन्होंने जबरदस्त रिकॉर्ड बनाते हुए शानदार जीत दर्ज की। उनके नेतृत्व में खेलते हुए दिलीप सरदेसाई और न्यू कमर सुनील गावस्कर जोरदार बल्लेबाजी करते हुए गैरी सोबर्स के नेतृत्व वाली वेस्ट इंडीज टीम को उसी के घर में पराजित किया। भारत ने 1-0 से सीरीज जीती और नया इतिहास कायम किया।
इतना ही नहीं अजीत वाडेकर की कप्तानी में भारत ने उसी साल इंग्लैंड को भी टेस्ट सीरीज में 1-0 से हराकर क्रिकेट में अपना झंडा ऊंचा कर दिया। ओवल मैदान पर हुए इस मैच में भारतीय गेंदबाज बीएस चंद्रशेखर ने 38 रन देकर 6 विकेट लिए थे।
क्रिकेट से रिटायर होने के बाद अजीत वाडेकर क्रिकेट से जुड़े रहे। वे 1992 में भारतीय टीम के पहले आधिकारिक हेड कोच नियुक्त किये गये।