Surprise Player Romesh Kaluwitharana: कभी-कभी हालात कुछ ऐसे हो जाते हैं कि टीम लीडर का फैसला एक नई उम्मीद जगा देता है। श्रीलंका की टीम बेनसन एंड हेज़्स वर्ल्ड सीरीज़ (Benson & Hedges World Series) के मैच खेलने ऑस्ट्रेलिया गई थी। इस दौरान एक मैच में श्रीलंका के कप्तान अर्जुन रणतुंगा नहीं खेल रहे थे। उनकी जगह अरविंद डि सिल्वा कमान संभाले हुए थे।
9 जनवरी 1996 को हुए इस मैच में ऑस्ट्रेलियाई कप्तान मार्क टेलर ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग का निर्णय लिया। ओपनर रिकी पॉन्टिंग ने 123 और माइकल बेवन ने 65 रन की पारी खेली। मैच में ऑस्ट्रेलिया ने 50 ओवर्स में कुल 213 रन बनाये।
Surprise Player Romesh Kaluwitharana: रोमेश के लिए यह पहला अवसर था, जब वे नई गेंद का सामना करने जा रहे थे
लक्ष्य बहुत बड़ा नहीं था लेकिन श्रीलंकाई कप्तान अरविंद डि सिल्वा ने एक नई रणनीति बनाई। उन्होंने टीम के ओपनर सनथ जयसूर्या के साथ विकेटकीपर रोमेश कालूवितर्णा को ओपन करने भेज दिया। रोमेश के लिए यह पहला अवसर था, जब वे नई गेंद का सामना करने जा रहे थे। इसके बारे में उन्हें पहले ही बता दिया गया था।
रोमेश ओपन करने मैदान में उतरे तो तय कर लिया था कि कुछ करना है। ओपनर सनथ जयसूर्या सिर्फ आठ रन बना सके और बोल्ड हो गये। उनकी जगह आए असंका गुरुसिन्हा बिना कुछ रन बनाए ही आउट हो गये। लेकिन रोमेश डटे रहे। ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाद उनको आउट करने में पसीने छोड़ने लगे। रोमेश 77 रन बनाये और श्रीलंका को तीन विकेट से जीत दिलाई। बेनसन एंड हेज़्स वर्ल्ड सीरीज़ में रोमेश ने तीन अर्धशतक बनाए। रोमेश की गिनती विश्व के सबसे आक्रामक बल्लेबाजों में होने लगी।
उनकी इस शानदार प्रदर्शन को देखकर नियमित कप्तान अर्जुन रणतुंगा ने फैसला कर लिया कि अब ओपनर के तौर पर सनथ जयसूर्या के साथ विकेटकीपर रोमेश कालूवितर्णा ही ओपनर की भूमिका निभाएंगे। अरविंद डि सिल्वा का यह प्रयोग आखिरकार सफल रहा। विश्व कप मैच में भी श्रीलंका ने इन्हीं खिलाड़ियों से ओपनिंग कराई और खिलाड़ियों ने अपने देश को विश्व कप चैंपियन बना दिया।
आज की तारीख में भारतीय उपमहाद्वीप में भारत, पाकिस्तान और श्रीलंका की टीमें दुनिया की सबसे मजबूत टीम हैं। दुनिया के इस हिस्से में सबसे ज्यादा क्रिकेट खेला भी जाता है। तीनों देश अगल-बगल ही हैं और क्रिकेट के सबसे ज्यादा प्रशंसक इन्हीं तीनों देशों में ही हैं।