Story of Mohammed Azharuddin: अच्छा खेल रहे थे, तब प्रतिबंध लग गया, जब प्रतिबंध हटा तो वे खेल से बाहर हो गये, अजहरुद्दीन के संघर्ष
Story of Mohammed Azharuddin: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और बल्लेबाज मोहम्मद अजहरुद्दीन ने अपने क्रिकेट लाइफ में बहुत संघर्ष किया। उन्होंने कई मुकाबलों में भारत को जीत दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। हालांकि जब वे अच्छा खेल रहे थे और उनके आगे बढ़ने के अवसर थे, तभी उन पर मैच फिक्सिंग के आरोप में प्रतिबंध लग गया। वह भी कुछ दिनों, महीनों या वर्षों के लिए नहीं, बल्कि आजीवन के लिए प्रतिबंध लगा दिया गया।
Story of Mohammed Azharuddin: मोहम्मद अजहरुद्दीन कहते हैं कि उन्हें नहीं पता कि उन पर प्रतिबंध लगाया क्यों गया
जब वे अच्छा खेल रहे थे, तब उन पर प्रतिबंध लग गया, और जब प्रतिबंध हटा तो वे खेल से ही बाहर हो गये थे।
मोहम्मद अजहरुद्दीन कहते हैं कि उन्हें अंत तक नहीं पता है कि उन पर प्रतिबंध क्यों लगाया गया है। सन 2000 में उन पर प्रतिबंध लगा था और 2012 में आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय के आदेश पर बीसीसीआई ने प्रतिबंध वापस ले लिया। लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी और उनका क्रिकेट जीवन खत्म हो गया था।
एक इंटरव्यू में मोहम्मद अजहरुद्दीन ने कहा, “उन्हें वास्तव में नहीं पता कि उन पर प्रतिबंध लगाया ही क्यों गया था। दिसंबर 2000 में बीसीसीआई ने मैच फिक्सिंग में शामिल होने को लेकर अजहर पर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया था. लंबी कानूनी लड़ाई के बाद आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय ने 2012 में वह प्रतिबंध वापस लिया।”
अजहर ने कहा, ‘जो कुछ हुआ, उसके लिए मैं किसी को दोषी नहीं ठहराना चाहता। मुझे नहीं पता कि मुझ पर प्रतिबंध क्यों लगाया गया था।’
उन्होंने कहा, ‘लेकिन मैंने लड़ने का फैसला किया और मुझे खुशी है कि 12 साल बाद मुझे पाक साफ करार दिया गया। हैदराबाद क्रिकेट संघ का अध्यक्ष बनने और बीसीसीआई की सालाना आम बैठक में भाग लेने से मुझे बहुत संतोष मिला।’
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन ने काफी कम उम्र से ही क्रिकेट से प्यार करना शुरू कर दिया था। उनके घर में कई सारे खिलाड़ी थे। सब क्रिकेट नहीं खेलते थे, पर बाकी खेल खेलते थे। अहजर के पापा, नाना, मामा सब खेलते थे। सो, अजहर भी बचपन से ही क्रिकेट खेलने लगे थे। यह शौक धीरे-धीरे जुनून में बदलने लगा था।