पाकिस्तान के जाने माने खेल पत्रकार, विश्लेषक और क्रिकेट कमेंटेटर मिर्जा इकबाल बेग की याद्दाश्त काबिलेतारीफ है। वह एक तरह से पाकिस्तानी क्रिकेट के शब्दकोश हैं। किसी भी क्रिकेटर, किसी भी टूर्नामेंट या किसी भी बड़ी घटना के बारे में कोई भी जानकारी लेनी हो तो पाकिस्तान में मिर्जा इकबाल बेग (Mirza Iqbal Baig) सबसे मुफीद शख्स हैं। उनके पास हर जानकारी मुहैया रहती है। नादिर अली के पॉडकॉस्ट में उन्होंने अपनी इस काबिलियत को अल्लाहतआला ने नवाजा है। उन्होंने बताया कि वे कराची यूनिवर्सिटी से बीएससी हॉनर्स और इकोनॉमिक्स में एमएससी की हैं, लेकिन पैशन स्पोर्ट्स की तरफ था, इसलिए क्रिकेट में चले आए।
इफ्तिखार अहमद चाचा ने अभी हाल ही में पाकिस्तान सुपर लीग के आठवे सीजन में उन्होंने फॉस्ट बॉलर वहाब रियाज के एक ओवर में छह छक्के मारे थे। इस दौरान उनकी उम्र को लेकर वहां बखेड़ा हो गया है। बड़ा हंगामा खड़ा हो गया। ऑन रिकॉर्ड वह 32 साल के हैं, लेकिन हकीकत में वह 38-40 के आस पास हैं।
इस मुद्दे पर नादिर अली के सवाल पर मिर्जा इकबाल बेग ने कहा कि पाकिस्तान में अमूमन हर खिलाड़ी अपनी उम्र कम बताता है। सबसे चर्चित मामला शाहिद अफरीदी की थी। उनकी उम्र ज्यादा थी, लेकिन लिखी कम गई थी। यह बात उन्होंने ऑटोबॉयग्रॉफी में लिखी है। पाकिस्तान में ऐसा होता है कि ज्यादा उम्र होने पर उसे बाहर कर देते हैं, भले ही अच्छा परफार्म कर रहा हो और वह फिट हो।
मिर्जा अली बेग ने बातचीत के दौरान शोएब मलिक की मिसाल दी। कहा कि वह अभी 41 साल का है, लेकिन फिट है। उन्होंने एक किस्सा शेयर किया 1999 में जब शोएब मलिक ने शारजाह में अंतरराष्ट्रीय मैच में डेब्यू किया तब उस जमाने में मोबाइल सबके पास होते नहीं थे, तब घर वालों से बात करने के लिए वहां ड्रेसिंग रूम के बाहर एक बूथ बना हुआ था। वहां पर कार्ड लगाकर बात की जाती थी।
मिर्जा इकबाल बेग जब घर वालों से बात करके खाली हुए तो शोएब ने उनसे पूछा कि यह कार्ड कहां मिलेगा। बेग ने कहा कि वह बहुत दूर है। बेग ने अपना कार्ड देकर कहा कि अपने घर स्यालकोट में अपने अब्बा से बात कर लो।