टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर वीवीएस लक्ष्मण जब पहली बार क्रिकेट खेलने के लिए इंग्लैंड गए तो उस समय एक अजीबोगरीब और दिलचस्प वाकया हुआ। वह ब्रैडफोर्ड लीग खेलने के लिए गए थे। तब खिलाड़ियों को आज की तरह सुविधाएं नहीं मिलती थीं और न ही उन्हें होटल में रहने-खाने के लिए मिलता था। उन्हें इसका इंतजाम खुद करना पड़ता था। वीवीएस को तब खाना बनाना नहीं आता था।
सो, पहला एक सप्ताह उन्हें सिर्फ और सिर्फ कॉर्न फ्लेक्स और बेक बीन्स खाकर गुजारा करना पड़ा। शनिवार को जब मैच खेलने गए तो अजीब वाकया हुआ। जब वह ड्रेसिंग रूम में गए तो वहां बदबू आ रही थी। एक सलामी बल्लेबाज था। वह लगातार गैस छोड़ रहा था। वह वीवीएस को लैक्सी कह कर बुलाता था। उसने वीवीएस से कहा- सॉरी लैक्सी यार, सुबह में बेक बीन्स बहुत ज्यादा खा लिया था। बेक बीन्स का नाम सुनते ही वीवीएस को हंसी आ गई।
एक बार पाकिस्तानी क्रिकेटर शोएब मलिक ने भी एक इंटरव्यू में कुछ ऐसा ही वाकया बयां किया था। यह वाकया डोमेस्टिक क्रिकेट का था। टीम के एक खिलाड़ी के साथ कुछ ऐसी ही समस्या (गैस छोड़ने की) थी। उसे लंच में मूली के पराठे खिला कर फॉरवर्ड शॉर्ट लेग पर खड़ा कर दिया गया था। मलिक ने बताया कि इस तरह हम बदबू से स्लेजिंग किया करते थे।
मलिक की बताई हुई यह बात जब क्रिकेट प्रेजेंटर गौरव कपूर ने वीवीएस को बताई तो उन्होंने इस पर ‘विशेष टिप्पणी’ करते हुए कहा- असल में स्लेजिंंग खिलाड़ी का ध्यान खेल से भटकाने के लिए किया जाता है और जब कुछ बिना बोले आप ऐसा करते हैं तो अंपायर भी कुछ नहीं बोल सकता और न ही कोई ऐक्शन बनता है।
वीवीएस ने कहा कि पाकिस्तान के खिलाफ खेलने या पाकिस्तानी खिलाड़ियों से बात करने पर ऐसी कई कहानियां बनती और मालूम पड़ती हैं। उन्होंने बताया कि पाकिस्तानी खिलाड़ियों के बात करने का तरीका भी मजेदार होता है।
वीवीएस ने बताया कि 2001 में एक बार आशीष नेहरा को उनका रूम मेट बनाया गया था, क्योंकि कोच चाहते थे कि सीनियर और जूनियर खिलाड़ियों को साथ रखा जाए। उन्होंने बताया कि आशीष इतने मजाकिया हैं कि दो रात उन्होंने वीवीएस को सोने नहीं दिया था।
उन्होंने बताया कि साल 2000 और उसके बाद टीम में रहे कई खिलाड़ी बेहद मजाकिया थे और वह एक-दूसरे का भरपूर मनोरंजन करते थे। साथ ही, उनकी बॉन्डिंंग भी जबरदस्त रहती थी। इन खिलाड़ियों में वीवीएस ने युवराज सिंंह, हरभजन सिंंह, वीरेंद्र सहवाग, आशीष नेहरा आदि का नाम लिया।