Shoaib Malik and Tino Best Contention: क्रिकेट के खेल में कई बार ऐसी स्थितियां भी आई हैं, जिसमें मैदान पर खिलाड़ियों के बीच कहासुनी हुई और वह विवाद बन गया। इससे न केवल खिलाड़ियों को नुकसान हुआ, बल्कि क्रिकेट की भी बदनामी हुई। ऐसा ही एक घटना वेस्टइंडीज की राजधानी ब्रिजटाउन के पश्चिम में स्थित बारबाडोस द्वीप के केंसिंग्टन ओवल (Kensington Oval) मैदान पर 23 जुलाई 2014 को हुआ था। यह अप्रिय घटना पाकिस्तानी खिलाड़ी शोएब मलिक (Shoaib Malik) और कैरेबियन बॉलर टीनो ला बर्ट्राम बेस्ट (Tino la Bertram Best) के बीच हुई थी।
Shoaib Malik and Tino Best Contention: कैरेबियन प्रीमियर लीग (CPL) में खेला करते थे शोएब मलिक
शोएब मलिक 2013 से 2017 तक बारबाडोस ट्राइडेंट्स का हिस्सा थे और कैरेबियन प्रीमियर लीग (CPL) के कई सीजन में खेले थे। एक सीजन में उन्हें गुयाना अमेज़ॅन वॉरियर्स की तरफ से कप्तानी भी दी गई थी।
Also Read: जब शोएब मलिक ने शारजाह में पूछा कि कार्ड कहां मिलेगा, मिर्जा इकबाल बेग ने ऐसे कराई उनकी बात
बहरहाल 23 जुलाई 2014 को कैरेबियन प्रीमियर लीग मैच (CPL) में केंसिंग्टन ओवल (Kensington Oval) मैदान पर बारबाडोस ट्राइडेंट्स (Barbados Tridents) और सेंट लूसिया ज़ॉक्स (St. Lucia Zouks) के बीच मैच के दौरान बारबाडोस ट्राइडेंट्स की ओर से खेल रहे शोएब मलिक और सेंट लूसिया ज़ॉक्स की ओर से खेल रहे कैरेबियन बॉलर टीनो ला बर्ट्राम बेस्ट के बीच अचानक विवाद शुरू हो गया। मैच में वेस्टइंडीज के तेज गेंदबाज ड्वेन स्मिथ ने नाबाद 110 रन बनाए और पाकिस्तानी दाएं हाथ के बल्लेबाज शोएब मलिक ने 49 रन बनाए थे।
पारी के 15वें ओवर में बोल्ड होने से पहले शोएब ने बारबाडियन पेसर पर लगातार दो चौके लगाए। इसके बाद अचानक शोएब मलिक और टीनो बेस्ट के बीच कहासुनी शुरू हो गई। इस दौरान दोनों पक्षों से अपशब्दों का भी प्रयोग हुआ। इस घटना के बाद दोनों खिलाड़ियों के बीच होटल में भी टकराव हुआ। क्रिकेट जगत ने इसे गंभीरता से लिया। और दोनों खिलाड़ियों को इसका भारी खामियाजा भुगतना पड़ा।
टीनो बेस्ट पर उनकी मैच फीस का 60 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया, जबकि शोएब पर उनकी मैच फीस का आधा या पचास फीसदी जुर्माना लगाया गया। टीनो बेस्ट को दस दिन के लिए घर भी भेज दिया गया। वेस्टइंडीज क्रिकेट के इतिहास में मैच के दौरान यह एक बड़ा विवाद था। जिसको लेकर लंबे समय तक चर्चा होती रही। वेस्टइंडीज के बाहर भी क्रिकेट खेलने वाले देशों ने आईसीसी से ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने की मांग की।