जब टीम से बाहर था तो बहुत गुस्सा आता था, मां की एक बात से खत्म हो गई निराशा, शिखर धवन ने बताई संघर्ष की कहानी
आईपीएल 2023 में पंजाब किंग्स के कप्तान शिखर धवन मैदान में अपनी धमाकेदार बल्लेबाजी के लिए जाने जाते हैं। वह सलामी के रूप में अपनी उपस्थिति से दर्शकों के लिए फेवरिट प्लेयर साबित हुए हैं। फिलहाल वह आईपीएल में अपना जलवा दिखा रहे हैं। क्रिकेट में स्थितियां हमेशा एक जैसी नहीं रहती हैं। खिलाड़ियों को कई बार मैच खेलने का अवसर मिलता है तो कई बार नहीं भी मिलता है। ऊंचा-नीचा होता रहता है।
टीम इंडिया से बाहर रहने पर काफी चिड़चिड़े हो गये थे
शिखर धवन ने एक इंटरव्यू में बताया था कि टीम इंडिया से बाहर रहने पर वह काफी चिड़चिड़े हो गये थे। बात-बात पर गुस्सा आता था। कई बार अपनी नाकामी के लिए दूसरों को दोष देते रहते थे। इससे घर में भी काफी तनाव रहता था। शिखर धवन बोले, “एक दिन मैंने मां के बचपन में दी सलाह को याद किया। जब मां मुझे लेकर गुरुद्वारे में जाती थीं तो अक्सर कहती थीं कि किसी बात की फिक्र मत करो। इस बार नहीं हुआ काम तो अगली बार हो जाएगा।”
अब अपनी नाकामी के लिए किसी को दोष नहीं देते हैं
अपने संघर्ष की कहानी बताते हुए शिखर धवन ने कहा कि मां की इस नेक सलाह से उनके विचार बदल गए और गुस्सा भी खत्म हो गया। अब अपनी नाकामी के लिए किसी को दोष नहीं देता हूं। कहा कि अब सोचता हूं कि हालात एक जैसे नहीं रहते हैं। आज समय सही नहीं है तो कल जरूर अच्छा समय आएगा। फिर अवसर जरूर मिलेगा। यहां नहीं तो कहीं और लेकिन जो होगा बेहतर होगा।
हाल ही में बीसीसीआई ने पुरुष क्रिकेट टीम के सालाना करार का ऐलान किया तो उसमें शिखर धवन को फिर से रिटेन किया। उन्हें सी-ग्रेड में रखा गया है और सालाना एक करोड़ रुपये मिलेंगे।
फिलहाल शिखर धवन आईपीएल 2023 में पंजाब किंग्स के कप्तान और अपनी टीम को आईपीएल में चैंपियन बनवाने के लिए जोरदार तैयारी में जुटे हैं। अगर इस बार उनकी टीम चैंपियन बनती है तो इससे शिखर का कैरियर और ऊंचा उठ जाएगा।