दुनिया के सभी क्रिकेटर जब संन्यास ले लेते हैं तो अपना समय या तो कुछ नया काम करते हुए गुजारते हैं या फिर क्रिकेट से जुड़ी दूसरी गतिविधियों में खुद को इन्वाल्व करके पास करते हैं। जैसे कई खिलाड़ी रिटायर के बाद कमेंटरी करने, नए खिलाड़ियों को कोच करने या किसी टीम को कोच करने, या अपनी एकेडमी शुरू करके नए खिलाड़ियों को क्रिकेट की ट्रेनिंग देने जैसी गतिविधियों में लगाते हैं।
पिता की इच्छा की वजह से क्रिकेट में आए
कई खिलाड़ी ऐसे भी होते हैं जो क्रिकेट के अलावा दूसरे खेलों को शौकिया खेलते हैं। युवराज सिंह क्रिकेट में आने से पहले टेनिस में रुचि रखते थे, लेकिन पिता की इच्छा की वजह से क्रिकेट में आए। अब वह रिटायर हो गये हैं और इन दिनों वह फिर से अपने पुराने शौक टेनिस की ओर लौट गये हैं। अब वह जब भी फ्री होते हैं टेनिस जरूर खेलते हैं। एक इंटरव्यू में युवराज सिंह ने कहा कि अब वह टेनिस खूब खेलते हैं और क्रिकेट को बिल्कुल मिस नहीं करते हैं।
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इस इंटरव्यू में उन्होंने खुलासा किया कि उनको सचिन तेंदुलकर ने सलाह दी थी कि वह रिटायरमेंट के बाद भी खेलों से जुड़े रहें, खाली न बैठें। युवराज ने उनसे कहा, ‘मुझे टेबल टेनिस, बिलियर्ड्स औऱ स्नूकर पसंद है और मैं हर रोज कुछ न कुछ खेलता हूं।”
युवराज सिंह की उम्र अब 41 वर्ष से ज्यादा हो चुकी है। वह भारतीय टीम के ऑल राउंडर खिलाड़ी रहे हैं। उन्होंने अपना पहला मैच 3 अक्टूबर 2000 को केन्या के खिलाफ खेला था, जबकि जून 2019 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया था।
युवराज सिंह जीवट दिल वाले खिलाड़ी हैं। वह एक बड़ी बीमारी से पीड़ित होने के बाद भी मैदान में चौके-छक्के लगाते रहे और देश के लिए खेलते रहे। जब इलाज कराने गये तो लोगों ने उम्मीदें छोड़ दी थी, लेकिन वह न केवल बीमारी को हराये बल्कि उसके बाद भी आकर मैदान में खेले। उन्होंने कई रिकॉर्ड बनाए और नए खिलाड़ियों के लिए प्रेरणास्रोत बने।