Rohit Sharma: भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने हाल ही में एक इंटरव्यू दिया है जिसमें उन्होंने बताया कि 2011 वर्ल्ड कप (World Cup) की टीम में न चुने जाने पर उन्हें कैसा महसूस हुआ था। उसके बाद उन्होंने उन परिस्थितियों से कैसे अपने आप को उभारा और दुनिया के सबसे बड़े बल्लेबाज बनकर सामने आए है।
Rohit Sharma: वर्ल्ड कप में न चुना जाना बहुत कठिन था
रोहित शर्मा ने कहा कि , “जब मैं 2011 वर्ल्ड कप की टीम में नहीं चुना गया था, तो वो मेरे लिए दिल टूटने वाला पल था, तब मुझे लगा कि अब मेरे पास क्या ही बचा है। मैं बहुत दुखी था और अपने कमरे में बैठ कर सोच रहा था कि अब मुझे आगे क्या करना है। मुझे याद है कि युवराज सिंह (Yuvraj Singh) ने मुझे अपने कमरे में बुलाया था और डिनर करवाने के लिए बाहर लेकर गए थे।”
उन्होंने आगे कहा कि, “युवराज ने मुझे बताया कि जब तुम्हें टीम से बाहर कर दिया जाता है तो तुम्हें कैसा महसूस होता है। उन्होंने मुझसे कहा कि अभी तुम्हारे पास बहुत समय बाकी है। जब हम वर्ल्ड कप खेल रहे होंगे तब तुम अपनी स्किल्स और खेल पर ध्यान देना और दोबारा वापसी करना। ऐसा नहीं हो सकता है कि तुम्हें आगे इंडिया के लिए खेलने का मौका न मिले या फिर तुम वर्ल्ड कप में न खेलो बस तुम अच्छे से मेहनत करना।”
Virat Kohli: विराट के आगे रोहित को नहीं मिला मौका
आपको बता दें, कि 2011 वर्ल्ड कप की टीम का चयन होने के पहले टीम में रोहित शर्मा और विराट कोहली (Virat Kohli) में से किसी एक को ही चुना जा सकता था। रोहित वर्ल्ड कप से पहले खराब फॉर्म में चल रहे थे जिसकी वजह से उनको टीम से ड्रॉप करके विराट कोहली को टीम में चुना गया था।
कोहली ने वर्ल्ड कप अच्छा प्रदर्शन भी किया था। कोहली ने वर्ल्ड कप के ओपनिंग मैच में शतक लगाया था जबकि फाइनल में 35 महत्वपूर्ण रन बनाए थे। हालांकि वर्ल्ड कप के बाद रोहित शर्मा की टीम में वापसी हुई थी लेकिन उसके बाद भी वो कुछ खास नहीं कर पाए थे।
2013 चैंपियंस ट्रॉफी में कप्तान एम एस धोनी (MS Dhoni) ने रोहित शर्मा से ओपनिंग कराने का फैसला लिया और वो फैसला बिलकुल सही साबित हुआ। उसके बाद से रोहित ने दोबारा कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखा और वो इस समय दुनिया के सबसे बेहतरीन ओपनिंग बल्लेबाज है।