Rahul Dravid Cool Nature: क्रिकेट की दुनिया में कई लोग अपने स्वभाव से लोगों को मोह लेते हैं तो कई अन्य लोग स्वभाव में बेहद आक्रामकता दिखाकर खुद विवादों में फंस जाते हैं। टीम इंडिया के कोच राहुल द्रविड़ स्वभाव से बेहद शांत, सरल और मिलनसार प्रकृति के हैं। वे निजी जिंदगी और क्रिकेट के मैदान में हर जगह अनुशासित तरीके से ही रहना पसंद करते हैं। एक क्रिकेटर के तौर पर उन्होंने बहुत से रिकॉर्ड बनाए और एक कोच के तौर पर जूनियर खिलाड़ियों को बहुत से गुर सिखाये।
Rahul Dravid Cool Nature: विज्ञापन से मां की नाराजगी का बहुत अफसोस है
उनके बारे में तमाम किस्से हैं। एक किस्सा बहुत ही मजेदार है। वह उनकी मां से जुड़ा है और उस पर उनको अफसोस भी है। दरअसल राहुल द्रविड़ एक बार एक विज्ञापन शूट किये। इसमें वे अपने स्वभाव के विपरित बीच गली में लोगों पर चिल्लाते हुए, गाड़ी के शीशे तोड़ते हुए दिखते हैं। यह विज्ञापन शूट होने के बाद जब सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो उनकी मां चौंक गईं।
उनको लगा कि हमेशा शांत रहने वाला उनका बेटा आज इस तरह सड़क पर चिल्ला कैसा रहा है, शीशे कैसे तोड़ रहा है, जो कभी गुस्से में नहीं दिखा, वह आज इतने गुस्से में क्यों दिख रहा है? इन सवालों को सोचकर वह हैरान थीं। उनकी मां इससे खुश नहीं थीं। उन्हें बताया गया कि यह एक विज्ञापन है, सचमुच में वे ऐसा नहीं कर रहे हैं, लेकिन उनको लगा कि यह स्वभाव के विपरित है। ऐसा नहीं करना चाहिए था।
मां की नाराजगी से राहुल द्रविड़ को भी अफसोस हुआ। उन्हें ऐसा लगा कि वह करना सही नहीं था। भारत के लिए शानदार 164 टेस्ट खेल चुके इस खिलाड़ी ने कहा, ‘मेरी मां इंदिरानगर के गुंडे वाले एड से सहमत नहीं थी। मुझे लगता है कि वह नहीं चाहती थी कि मैं शीशे तोड़ूं। वह मेरी जिंदगी की सबसे शर्मनाक हरकत में से एक है। लोगों के बीच मुंबई की सड़कों पर ऐसे चिल्लाना मेरे लिए काफी शर्मनाक था। मैं जानता था कि जो लोग आस-पास हैं वह एक्टर हैं लेकिन फिर भी अच्छा नहीं लगा।’
राहुल द्रविड़ ने साल 2012 में क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। इसके बाद वह पहले अंडर-19 टीम के कोच बने और अब सीनियर टीम में भी हेड कोच की जिम्मेदारी निभा रहे हैं। वह फिलहाल टीम इंडिया के साथ वेस्टइंडीज के दौरे पर है।