आस्ट्रेलियन बिग बैश लीग क्रिकेट में प्रदर्शन बना टर्निंग प्वाइंट, पंजाब से निकली तानिया के कैरियर ने ऐसे भरी उड़ान
भारतीय महिला क्रिकेटर तानिया भाटिया एक संघर्षशील बल्लेबाज-विकेटकीपर खिलाड़ी हैं। पंजाब से निकलकर तानिया ने अपने संघर्ष के दम पर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखा था। उनकी खास पहचान यह है कि वह 13 साल की उम्र में राष्ट्रीय स्तर पर पंजाब सीनियर टीम के साथ खेलने वाली सबसे कम उम्र की महिला खिलाड़ी थीं।
तानिया के क्रिकेट कैरियर में महत्वपूर्ण मोड़ तब आया जब उन्हें 2018 में महिलाओं के बिग बैश लीग (WBBL) में सिडनी थंडर फ्रेंचाइज की ओर से खेलने का अवसर मिला। यहां उनका प्रदर्शन दुनिया भर के क्रिकेटरों के ध्यान खींचने के लिए काफी था।
बिग बैश लीग में भाटिया विकेटकीपिंग और बैटिंग दोनों में अपने जलवे दिखाये। स्टंप्स के पीछे उनके तेजी और फुर्ती तथा निचले क्रम में महत्वपूर्ण रन बनाने की क्षमता ने कई लोगों को प्रभावित किया। टूर्नामेंट में उन्होंने विकेटकीपर के रूप में कई लोगों को आउट करने में मदद की।
एक इंटरव्यू में तानिया ने कहा कि अगर मुझे आस्ट्रेलियन महिला बिग बैश लीग में खेलने का अवसर नहीं मिलता तो शायद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में उन्हें वह पहचान नहीं मिलती, जो वहां खेलने के बाद मिली। यह उनके लिए एक टर्निंग प्वाइंट बन गया।
हालांकि शुरुआत में उन्हें कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ा, लेकिन बाद में वह खुद को इन चुनौतियों से निपटने में सक्षम बना लिया। कम सुविधाएं और ढंग का प्रशिक्षण नहीं मिलने से कई बार उन्हें टीम में एंट्री करने में दिक्कतें हुईं।
तानिया को पहला अंतरराष्ट्रीय ब्रेक टी20 में फरवरी 2018 में मिला। इसमें उन्हें दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टीम में शामिल किया गया। उसी साल तानिया का सितंबर में श्रीलंका के खिलाफ वनडे इंटरनेशनल में डेब्यू हुआ।
कई बार उनके विकेटकीपिंग पर सवाल उठाए गये। हालांकि तानिया ने अपनी कमियों को दूर करने के लिए कड़ा परिश्रम किया। तमाम चुनौतियों के बावजूद तान्या ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भारत की ओर से अपनी प्रतिभा और मजबूत इच्छाशक्ति, कड़ी मेहनत और दृढ़ता से राष्ट्रीय टीम में जगह बनाने में सफल रहीं।