Phil Hughes Death And Bazball:
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Phil Hughes Death And Bazball: जब फिल ह्यूज के गले पर गेंद लगने से हो गई थी मौत, हादसे ने क्रिकेट जगत को झकझोर दिया था, जाने बैजबाल से क्या है संबंध

Phil Hughes Death And Bazball: जब से बेन स्टोक्स (Ben Stokes) और ब्रैंडन मैकुलम (Brendon McCullum) ने टीम की कमान संभाली है तब से इंग्लैंड का टेस्ट क्रिकेट में खेलने का रवैया बदल गया है और उसे पूरी दुनिया पसंद भी कर रही है। एशेज सीरीज के दौरान इंग्लैंड के खेलने के तरीके में काफी बदलाव देखा जा रहा है। इंग्लैंड ने अपने टेस्ट क्रिकेट खेलने के अंदाज में पिछले 1 साल के अंदर जो बदलाव किया है उसने पूरी दुनिया का ध्यान अपनी तरफ खींच लिया है। इंग्लैंड दुनिया को ये बता रही है कि इस प्रकार से भी टेस्ट क्रिकेट खेला जा सकता है। इस तरीके को ही बैजबॉल नाम दिया गया है।

मैक्कुलम और स्टोक्स के कमान संभालने के बाद से इंग्लैंड ने 14 में से 11 टेस्ट मैच जीते है। इंग्लैंड ने न्यूजीलैंड, साउथ अफ्रीका को अपने घर में सीरीज हराई है, जबकि भारत के साथ इकलौता टेस्ट मैच जीतकर सीरीज को ड्रॉ कराया था। इंग्लैंड ने एशिया में भी आकर पाकिस्तान को सीरीज में क्लीन स्वीप किया था, जबकि न्यूजीलैंड के खिलाफ उसके घर में सीरीज ड्रॉ कराई थी।

Phil Hughes Death And Bazball: पूर्व ऑस्ट्रेलिन खिलाड़ी कैरी ओ कीफ ने नई बात बताई

हालांकि ऑस्ट्रेलिया के पूर्व खिलाड़ी कैरी ओ कीफ (Kerry O’ Keefe) ने एक अलग तरह की बात कही थी। उन्होंने कहा था कि बैजबॉल की नींव साल 2014 में ही पड़ गई थी। यह तब की बात है जब ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी फिल ह्यूज (Phil Hughes) के गले पर गेंद लगने के कारण मौत हो गई थी। घटना ने पूरे क्रिकेट जगत को हिला कर रख दिया था और इससे ब्रैंडन मैक्कुलम भी नहीं बच सके।

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25 नवंबर 2014 को न्यू साउथ वेल्स के खिलाफ दक्षिण ऑस्ट्रेलिया के लिए खेलते समय फिल ह्यूज को शेफील्ड शील्ड मैच के दौरान गंभीर चोट लग गई। उन्हें एक बाउंसर गेंद से चोट लग गई थी। उन्हें फौरन अस्पताल ले जाया गया था, लेकिन दो दिन बाद 27 नवंबर 2014 को 25 वर्ष की आयु में उनका निधन हो गया। उनकी इस तरह असामयिक मृत्यु ने दुनिया भर के क्रिकेट समुदाय को झकझोर दिया था। फिल ह्यूज की विरासत को आज भी याद किया जाता है और खेल में उनके योगदान का सम्मान किया जाता है।

जब फिल की मौत हुई थी तब न्यूजीलैंड के कप्तान ब्रैंडन मैक्कुलम थे। तब उन्होंने अपनी टीम से कहा कि हम नतीजे की परवाह किए बिना खेलेंगे। हम ऐसे खेलेंगे जैसे ये हमारा आखिरी मैच हो। फिल की मौत के 2 साल बाद ब्रैंडन मैकुलम ने टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज शतक जड़ा था।

मैक्कुलम ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपने कैरियर के आखिरी टेस्ट में मात्र 54 गेंदों में शतक जड़कर टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज शतक जड़ने का कीर्तिमान अपने नाम किया था। जब आप नतीजे की चिंता छोड़ देते है तो आप आजादी के साथ खेलना शुरू कर देते है। इस समय इंग्लैंड की टीम इसी प्रकार से खेलने में लगी हुई है।

वेंकट नटराजन खेल पत्रकार हैं। क्रिकेट में इनकी ना केवल रुचि है, बल्कि यह क्रिकेट के अच्छे खिलाड़ी भी रह चुके हैं। क्रिकेट से जुड़े क़िस्से लिखने के अलावा वेंकट क्रिकेट Match Live Update, Cricket News in Hindi कवर करने में भी माहिर हैं।