क्रिकेट हो या कोई दूसरा खेल, खिलाड़ी मैदान में जैसा प्रदर्शन करेगा, वैसा ही उसका रिजल्ट दिखेगा। मैदान पर आप सिर्फ खिलाड़ी हैं। खिलाड़ियों को इसको लेकर कई तरह के प्रेशर का भी सामना करना पड़ता है। आजतक के कार्यक्रम सलाम आजतक में महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने बताया कि जब वे मैच खेलते थे तो वे यह नहीं देखते थे कि बालिंग कौन कर रहा है। इससे उनको कोई फर्क नहीं पड़ता था कि बॉलर बड़ा खिलाड़ी है या छोटा खिलाड़ी है। वे बोले कि उनका ध्यान सिर्फ इस पर रहता है कि बाल कैसी आ रही है और उसको किस ओर मारना है। इसको लेकर उन्होंने एक मजेदार किस्सा सुनाया है।
श्रीकांत ने लगाए धड़ाधड़ कई चौके तो बॉलर देने लगा गालियां
वे बताते हैं कि एक बार भारतीय टीम पाकिस्तान के दौरे पर गई थी। मैच में गावस्कर श्रीकांत के साथ ओपनिंग कर रहे थे। इस दौरान श्रीकांत ने पहले दो-तीन ओवर में कई चौके मारे और धड़ाधड़ बैटिंग की। और वह गेंदबाज उनके फालो थ्रू में उनके नजदीक जाकर गालियां दे रहा था। गावस्कर बताए कि उनका नाम अभी भूल गया हूं, वे पाकिस्तान के टॉप बालर हैं और कमबैक करना चाहते थे।
गावस्कर ने बॉलर का नाम बताया तो श्रीकांत अगले गेंद पर आउट हो गये
बाद में 9 ओवर के बाद श्रीकांत ने गावस्कर के पास आकर अंग्रेजी में पूछा कि ये क्या है, गालियां देता है। तो गावस्कर ने कहा कि उनका नाम जानते हो तो श्रीकांत ने कहा नहीं। गावस्कर ने उनको उस बालर का नाम बताया तो श्रीकांत बोले- अयो, अगला बाल, जो आगे था, उसको पीछे खेल गये और एलबीडब्ल्यू आउट हो गये।
गावस्कर ने कहा कि बल्लेबाज को हमेशा गेंद से खेलना है, गेंदबाज से नहीं। जब आप गेंदबाज को देखकर खेलेंगे तो आप उसके दबाव में आ जाएंगे। जब गावस्कर इसको बता रहे थे, उस वक्त वहां पर पाकिस्तान के पूर्व खिलाड़ी वसीम अकरम भी बैठे थे। उन्होंने भी गावस्कर की बात का समर्थन किया। कहा कि बैट्समैन को कभी बॉलरों के रेपुटेशन पर नहीं जाना चाहिए। बाल को देखें और खेलें। यह बैट्समैन के लिए बड़ा एथिक्स है। बाल को खेलो रेपुटेशन को नहीं।