क्रिकेट में दिखाई दिलचस्पी तो मां ने करा दिया एकेडमी में दाखिला, पाकिस्तान की मुनीबा अली ने सुनाया कामयाबी का अफसाना
पाकिस्तान की महिला क्रिकेटर मुनीबा अली ने टी20 विश्व कप में हाल ही में शतक लगाकर अपने देश के लिए उपलब्धि हासिल की थी। पाकिस्तान की किसी भी महिला खिलाड़ी के लिए यह पहली बड़ी उपलब्धि है जिसने अंतरराष्ट्रीय टी20 प्रतियोगिता में शतक लगाया हो। उनको यह कामयाबी दक्षिण अफ्रीका में में हुई विश्व कप प्रतियोगिता में आयरलैंड के खिलाफ मिला। मुनीबा ने 68 गेंदों पर 14 चौके लगाए और 102 रन बनाकर देश का मान बढ़ाया।
हालांकि पाकिस्तान जैसे मुल्क में जहां तमाम प्रकार की बंदिशे हैं, क्रिकेट में आगे बढ़ना महिलाओं के लिए कम चुनौती नहीं होती है। उसके बावजूद मुनीबा की यह कामयाबी काबिलेतारीफ है।
एक इंटरव्यू में मुनीबा ने बताया कि जब वह छोटी थी तो हर तरह के खेल खेला करती थी, लेकिन क्रिकेट में ज्यादा दिलचस्पी थी। उनके लिए सुकून की बात यह थी कि उनके परिवार के लोग खुले विचार के थे और उन्हें बेटी के खेलने पर कोई एतराज नहीं था। मुनीबा कहती है कि यह शुक्र की बात है कि उसे ऐसे कुनबे में पैदा हुई। वह बताती हैं कि जब उन्होंने क्रिकेट खेलने की इच्छा जताई तो खुद उनकी अम्मी ने उनका दाखिला एक एकेडमी में कराने कि लिए गई। वहां वह पूरे मन से खेला करती थीं।
इसका नतीजा यह रहा कि वह जल्दी ही पहचान हासिल कर ली और अंडर-19 में पहुंच गईं। अंडर-19 और पाकिस्तान-ए टीम के लिए खेला। घर का सपोर्ट उनके लिए बड़ा काम आया। वह आगे बढ़ती रहीं। वह 18 साल की उम्र में ही पाकिस्तान की राष्ट्रीय महिला टीम में शामिल हो गईं।
ऐसा नहीं था कि उनकी जिंदगी में सबकुछ अच्छा ही रहा। वह कई बार परेशानियों में भी गुजरीं। राष्ट्रीय टीम में कई बार उनके लिये जगह मुश्किल हो गई थी। तब उनके कोच ने उनकी बड़ी मदद की। उन्हें अपने खेल में और निखार लाने के लिए कड़ी मेहनत कराई। वह दिक्कतों के बाद कड़ी तैयारी से फिर से राष्ट्रीय टीम में जगह बनाई और देश के लिए जीत हासिल करती रहीं।