जब उमर अकमल ने कह दिया था- बाहर की मांगने वाली ही ला दो, पर रिश्तेदारों में नहीं करूंगा शादी
पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के पूर्व खिलाड़ी उमर अकमल की शादी की कहानी दिलचस्प है। उनकी बेगम नूर अनमा कश्मीरी पठान हैं। वह पाकिस्तान के दिग्गज क्रिकेटर रहे अब्दुल कादिर की बेटी हैं। जब पहली बार उमर अकमल ने अपने घर में उनसे निकाह की बात की तो उनके पिता काफी परेशान हो गए थे। वह इस चिंंता में पड़ गए कि कादिर पाकिस्तान के लेजेंड हैं, अगर उन्होंने शादी से इनकार कर दिया तो क्या होगा! पिता की इस चिंंता का हल बेटे उमर ने ही निकाला।
दरअसल, उमर ने कादिर साहब की बेटी का नाम भी एक दिलचस्प परिस्थिति में लिया था। इससे पहले उनकी शादी के लिए कई रिश्तेदारों के साथ बात चली थी। लेकिन, सबने इनकार कर दिया था। तब उमर की न अपनी कोई पहचान थी और न उनके पास पैसा था। लेकिन, जब उनकी किस्मत पलटी तो सारे रिश्तेदार भी पलट गए। उनसे शादी के लिए कई रिश्तेदारों की पेशकश आने लगी। लेकिन, तब उमर ने घर में साफ मना कर दिया कि रिश्तेदारों से शादी नहीं करनी है।
उमर ने अपने मां-बाप से साफ कह दिया कि आप रिश्तेदारी से बाहर की कोई मांगने वाली भी ले आएंगे तो कबूल होगा, लेकिन रिश्तेदारी की लड़की से शादी नहीं करूंगा। इस पर उनके माता-पिता ने कहा कि अगर तुम्हारी नजर में कोई हो तो बता दो। उमर पिता से थोड़ा डरते थे, लेकिन मां से दिल खोल कर बातें करते थे। उन्होंने मां को नूर का नाम बताया। जब मां ने पिता से बात की तो पिता डर गए कि कहीं अब्दुल कादिर इनकार न कर दें, क्योंकि दोनों परिवारों में मेल नहीं था।
Also Read: पाकिस्तान में रिफ्यूजी थे नवीन उल हक, भारतीय खिलाड़ियों की बैटिंग देख जागा क्रिकेट से प्यार
पिता की यह चिंंता देख उमर ने कहा कि फिर आप थोड़ा इंतजार कीजिए, पहले मुझे बात कर लेने दीजिए। उमर ने नूर से बात की। उन्हें बताया कि उनके पिता इनकार से डर रहे हैं। तो नूर ने भी एक दिन का वक्त मांगा। उन्होंने अपने घर पर बात की। इसके बाद उमर के पिता कादिर साहब के घर गए और रिश्ता पक्का हो गया।
पहले उमर और नूर की मंगनी हुई और दो साल बाद 2014 में दोनों का निकाह हुआ। निकाह के तुरंत बाद उमर हनीमून पर नहीं गए, बल्कि पत्नी को लेकर उमरा करने गए। इससे पहले जब वह उमरा पर अपने माता-पिता के साथ गए थे तो दुआ मांगी थी कि अगली बार पत्नी को लेकर आऊंगा। इसलिए उन्होंने शादी के बाद सबसे पहले उमरा पर ही जाने का फैसला लिया।
टीम में शामिल होने का किस्सा
उमर पर अक्सर आरोप लगता रहा है कि उन्हें पाकिस्तान की राष्ट्रीय टीम में मौका दिलाने और आगे बढ़ाने में भाई कामरान अकमल का बड़ा रोल रहा था। लेकिन, उमर इससे साफ इनकार करते रहे हैं। एक इंटरव्यू में टीम में शामिल होने से जुड़ा एक किस्सा उन्होंने शेयर किया जो कुछ इस तरह है।
उमर ने बताया कि वह पाकिस्तान ए की ओर से खेलने ऑस्ट्रेलिया गए थे। वहां शतक लगा कर एशिया का रिकॉर्ड बनाया था। ऑस्ट्रेलिया से लौटने के बाद एक दिन मां के पांव दबा रहे थे। तभी पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) से मखसूद भाई की कॉल आई। उमर ने उन्हें पहचाना नहीं तो उन्होंने परिचय दिया और कहा कि आपका नाम पाकिस्तानी टीम में आया है और कल श्रीलंका जाना है। उमर की आंखों में आंसू थे।
जब उमर श्रीलंका रवाना होने लगे तो पिता ने कहा- अब तक तुम मेरे हाथ में थे। मेरे कहने पर सब काम कर रहे थे। अब मेरे हाथ में नहीं हो। अब हर चीज तुम्हारे हाथ में है। सोच-समझ कर करना।
श्रीलंका में पहले मैच में उमर का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा। वह केवल 18 रन ही बना पाए। तब उन्हें आरोप झेलना पड़ा कि कामरान अकमल की वजह से ही वह टीम में आए हैं।