दिल्ली की जामा मस्जिद में चले गये थे नमाज पढ़ने, निकले तो लोगों ने शोएब अख्तर को पहचान लिया, जानिये फिर क्या हुआ
पाकिस्तानी क्रिकेटर शोएब अख्तर को भारत में ढोसा खाना बहुत पसंद है और आलू कीमा मिल जाए तो वे उसे छोड़ नहीं सकते हैं। वे जब भारत आते हैं तो कई तरह के खाने खाते हैं। उन्हें भारतीय खाना बहुत पसंद है। एक इंटरव्यू में शोएब ने एक किस्सा सुनाया कि वे एक दिन दिल्ली के चांदनी चौक में चले गये और वहां ढेर सारी चीजें खाईं और पूरी चांदनी चौक घूम आए, लेकिन किसी को पता नहीं चला। इस दौरान उन्होंने अपनी दाढ़ी बढ़ा ली थी और सिर पर कैप लगा ली थी।
उन्होंने एक और किस्सा बताया। कहा कि एक दिन पुलिस को बताए बिना वे जामा मस्जिद नमाज पढ़ने चले गये, वहां से निकले तो लोग पहचान गये और वहां भारी भीड़ लग गई। वे बड़ी मुश्किल से अपनी गाड़ी तक पहुंच पाये। हालांकि ऐसा करना गलत था। उन्हें पुलिस की सुरक्षा में जाना चाहिए था।
शोएब ने कहा कि वे पंजाबी मुसलमान हैं और खाने के लिए ही पैदा हुए हैं। वे केवल खाते हैं और सोते हैं। वे जब खाने का आर्डर करते हैं तो बहुत ढेर सारा करते हैं, ताकि किसी को कम न पड़े और जो बच जाए उसे पैक कराकर ले जाते हैं। वे खुद को बहुत अच्छा हॉस्ट बताते हैं। दोस्तों के साथ बहुत एंजाय करते हैं।
शोएब पाकिस्तान के पूर्व कप्तान और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को अपना आयडल मानते हैं। उनसे बहुत प्रभावित हैं। उन्हीं की तरह ही देर में अपना निकाह किया।