क्रिकेट का खेल अनिश्चितताओं का खेल है। इसमें आप पहले से श्योर नहीं होते हैं क्या होगा। अनुमान लगा सकते हैं। अनुमान अपेक्षा के हिसाब से सच नहीं साबित होने पर विवाद भी होता है। कई बार फिल्ड में खिलाड़ियों के बीच गाली-गलौच होता है तो कई बार स्लेजिंग होती है। पाकिस्तानी क्रिकेटर खुर्रम मंजूर ने नादर अली के पॉडकॉस्ट में किस्सा सुनाया। उन्होंने बताया कि बांग्लादेश में पाकिस्तान और इंडिया के बीच मैच चल रहा था।
इस दौरान बैटिंग कर रहे खुर्रम ने एक पैडल स्विप मारी। तब काफी शोर होने की वजह से अंपायर सुन नहीं सका। इस पर स्क्वायर लेग पर खड़े खिलाड़ी ने अंपायर को भी गाली दी और बैट्समैन की भी लानत-मलानत की। उनका कहना था कि मैदान में यह सब चलता रहता है। उन्होंने कहा कि अगर वे पैडल स्विप नहीं मारते तो यह गालियां नहीं मिलतीं। आमिर के गेंद पर आउट नहीं था तो आमिर ने भी गालियां दीं।
उन्होंने एक राज की बात बताई। कहा कि क्रिकेट में आक्रामकता बहुत जरूरी है। बिना इसके इसकी खूबसूरती खत्म हो जाएगी। सेलिब्रेसन, एग्रेसन, गालियां और गुस्सा, धक्का-मुक्की सब जरूरी है। इससे दर्शक खुश होते हैं। मैच में हीट पैदा होती है। मजे की बात यह है कि ग्राउंड में आपस में लड़ने वाले खिलाड़ी ग्राउंड के बाहर साथ में खाना भी खा रहे होते हैं। ड्रेसिंग रूम शेयर कर रहे होते हैं। ऑफ द फिल्ड और ऑन द फिल्ड सब कुछ अलग होता है।
हर खिलाड़ी मैदान पर अपने-अपने देश को रिप्रेजेंट करता है। वहां प्रोफेशनल तौर-तरीका अपनाया जाता है। इसको लेकर क्रिकेटरों का व्यवहार दूसरे खेलों के खिलाड़ियों से अलग होता है।
कुछ वर्ष पहले हरभजन सिंह ने ऑस्ट्रेलिया के एक खिलाड़ी को मंकी कह दिया था। वह मंकीगेट नाम से बड़ा मुद्दा बन गया था। इसके पहले भी स्लेजिंग और गाली-गलौच को लेकर खिलाड़ियों के चर्चे मैदान के बाहर आते रहे हैं। कई बार खिलाड़ी खुद को हाईलाइट करने के लिए भी यह सब करते हैं।