भारत-पाकिस्तान की जनता दोनों देशों के बीच क्रिकेट को लेकर जितनी उग्र हो जाती है, खिलाड़ियों में वैसी उग्रता नहीं होती। यह बात सकलेन मुश्ताक से जुड़े एक किस्से से भी साफ होती है।
पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर सकलेन मुश्ताक का भारतीय टीम के खिलाड़ियों से रिश्ता काफी अच्छा रहा था। एक बार भारत-पाकिस्तान मैच में सकलेन ने एक आसान सा कैच छोड़ दिया। इस पर अनिल कुंबले ने उनसे कहा था- सैकी, लगता है तेरी आंखों में कुछ दिक्कत है, यह तो बड़ा आसान कैच था। फिर कुंबले ने मुश्ताक को लंदन के एक डॉक्टर का नंबर और पता दिया। मुश्ताक जब लंदन गए तो उसी डॉक्टर भरत लुघानी को दिखाया और इलाज करवाया। कुंबले उन्हीं से आंखें दिखवाया करते थे।
सकलेन का कहना है कि अजय जडेजा उनकी बोलिंंग नहीं झेल पाते थे, लेकिन बाकी खिलाड़ियों को आउट करना बड़ा मुश्किल होता था। सचिन तेंदुलकर और राहुल द्रविड़ को आउट करने के लिए उन्हें काफी मेहनत करनी पड़ी थी।
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चेन्नई में भारत और पाकिस्तान के बीच हुए टेस्ट में सचिन ने शकलेन को पानी पिला दिया था। पहली इनिंंग में तो सकलेन ने पहले ओवर में ही सचिन को आउट कर दिया था। लेकिन, दूसरी पारी में जब सचिन आए तो मुश्ताक के पसीने छूट गए। एक वक्त ऐसा आया जब मुश्ताक ने सरेंडर कर दिया और कप्तान वसीम अकरम से कहा- किसी और से अब बोलिंंग करवाएं।
सचिन ने तकरीबन दस ओवर तक सकलेन की गेंद पर कोई शॉट ही नहीं मारा। सकलेन के पास जितनी भी ट्रिक्स थीं, सबका इस्तेमाल कर बॉल फेंक डाली। सचिन देखते-समझते रहे और दस-बारह ओवर के बाद जो धुलाई की कि सकलेन के छक्के छुड़ा दिए। हालत यह हो गई कि सकलेन कप्तान वसीम अकरम के पास गए और कहा- इसने मेरी सारी ट्रिक्स परख ली है। अब मेरी जगह किसी और से बोलिंंग करवाएं। वसीम नहीं माने।
तब सकलेन ने अपनी रणनीति बदली। 12-15 ओवर तक केवल एक तरह की बोलिंंग की, ताकि सचिन उनकी बाकी तकनीक भूल जाएं। जब सकलेन को ऐसा लगा कि उनकी योजना कामयाब हो रही है तो वसीम से बोले- अब लगता है पकड़ में आ गया है। अब चांस ले सकते हैं।
वसीम ने कहा- चांस ही तो लेना है। यह आउट हो जाएगा तो कहानी ही खत्म होगी। तब वसीम से बात कर सकलेन ने ‘दूसरा’ फेंका, वसीम ने कैच लपका और सचिन आउट हुए। तब तक सचिन के सवा सौ से ज्यादा रन हो गए थे और केवल मुश्ताक की बॉल पर उन्होंने करीब डेढ़ दर्जन चौके मारे थे।
सचिन के आउट होने के एक घंटा के भीतर पूरी भारतीय टीम आउट हो गई थी और पाकिस्तान मैच जीत गया था।