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मोइन खान बोलते थे कि सैकी जब मैं कहूं तब ‘दूसरा’ फेंकना, सकलैन मुश्ताक ने बताया ‘दूसरा’ का किस्सा

क्रिकेट में गेंदबाजी करते समय कई खिलाड़ी एक अलग तरह की डिलीवरी करते हैं, जिसे ‘दूसरा’ कहा जाता है। इसकी शुरुआत पाकिस्तान से मानी जाती है। वहां के पुराने क्रिकेटर सकलैन मुश्ताक (Saqlain Mushtaq) ने नादिर अली पॉडकास्ट (Nadir Ali Podcast) में एक इंटरव्यू के दौरान इसके बारे में एक किस्सा सुनाया। ‘दूसरा’ लफ्ज इस्तेमाल करने का श्रेय मोइन खान (Moin Khan) को जाता है। मोइन खान विकेट कीपिंग करते थे और सकलैन मुश्ताक बॉलिंग करते थे। जब मोइन खान कीपिंग करते थे, तो वे अक्सर सकलैन से कहते थे कि जब मैं कहूंगा तब तुम दूसरा फेंकना।

स्टंप के नीचे माइक लगा रहता था। और उस माइक की आवाज सीधे कमेंटेटर के पास जाती थी। ऐसे में मोइन जो भी बोलते थे, वह आवाज माइक में जाती थी और माइक की आवाज सीधे कमेंटेटर के पास पहुंचती थी। इसकी वजह से मोइन खान की आवाज कमेंटेटर सुनते थे। इससे वे समझ गये कि जब मोइन कहेंगे तभी मुश्ताक वह खास अंदाज में बॉल फेंकेंगे। बाद में यह नाम इसी ‘दूसरा’ लफ्ज के कारण इसी नाम से चर्चित हो गया। अब यह नाम अंग्रेजी के डिक्शनरी में भी आ गया। उसमें भी ‘दूसरा’ नाम आ गया है।

दूसरा एक खास तरह की गेंदबाजी है, जिसमें आम तौर पर ऑफ ब्रेक की उंगलियों के एक्शन जैसी ही गेंद फेंकी जाती है। इसमें अंतर सिर्फ इतना है कि गेंदबाज अपनी कलाई को थोड़ा ज्यादा घुमाता है। इससे बैट्समैन को हाथ के पीछे का हिस्सा दिखता है। इससे गेंद एक सामान्य ऑफ ब्रेक की उल्टी दिशा में घूमने लगती है। राइट हैंड बैट्समैन के लिए लेग साइड से बॉल ऑफ साइड की तरफ स्पिन करती है। लेफ्ट हैंड बॉलर भी ‘दूसरा’ बॉलिंग करते हैं। इसमें ऑफ से लेग की तरफ बॉल घूमती है।

सकलैन ने एक और किस्सा सुनाया। उन्होंने कहा कि जहां वह रहते थे, उनके घर के करीब बाग-ए-जनाब लारेंस गार्डन ग्राउंड था, जिसमें इमरान खान खेला करते थे और दूसरी तरफ अब्दुल कादिर खेलते थे। कादिर को गेंदबाजी का जादूगर कहा जाता था। वे लोग काफी चर्चित थे। तब सकलैन काफी छोटे थे, लेकिन वे सोचते थे कि उनकी तरह वे भी कुछ अलग तरह का काम करें, जिससे नाम हो।

सकलैन अपनी छत पर टेबल टेनिस बॉल से खेलते थे और बॉल पर इलेक्ट्रिक टेप चिपका देते थे। इस दौरान उन्होंने कई तरह की बॉलिंग करने का एक्सपेरिमेंट करते थे। उनके हाथ से निकली एक गेंद अलग तरह से घूमी। इस पर सकलैन की नजर गई तो उनकी आंख खुल गयी।

उन्होंने अल्लाह को शुक्रिया अदा की और कहा कि यह तरीका किसी को नहीं पता है। टेनिस बॉल से खेलने का यह तरीका बाद में उन्होंने क्रिकेट बॉल पर भी अपनाया, जो मोइन खान की वजह से ‘दूसरा’ नाम से चर्चित हुआ। इसको श्रीलंका, भारत, इंग्लैंड, वेस्टइंडीज समेत कई देशों के खिलाड़ी अपना लिये और इस तरह की गेंदबाजी करते हैं।

वेंकट नटराजन खेल पत्रकार हैं। क्रिकेट में इनकी ना केवल रुचि है, बल्कि यह क्रिकेट के अच्छे खिलाड़ी भी रह चुके हैं। क्रिकेट से जुड़े क़िस्से लिखने के अलावा वेंकट क्रिकेट Match Live Update, Cricket News in Hindi कवर करने में भी माहिर हैं।