पाकिस्तानी खिलाड़ी शोएब अख्तर के तीनों भाई क्रिकेट खेलते थे। हालांकि उनमें से कोई भी बहुत ज्यादा आगे नहीं बढ़ सका। वे शोएब को मैदान में ले जाते थे जिससे वे मैच देखें। एक दिन टीम में एक लड़का कम पड़ गया तो वे शोएब को मैच खेलने के लिए बुला लिये। वे लोग कहने लगे कि वह छोटा बच्चा है।
बहरहाल बॉलिंग करने के लिए गेंद थमाए तो शोएब काफी दूर तक चले गये। पूछने पर ककहा कि रनअप है, बालिंग दूर से करेंगे। उन्होंने कहा कि पहली बॉल बैट्समैन के टुमटुमे पर लगी। वहां पर सिर तो टुमटुमा कहते हैं। इस घटना के बाद शोएब रेगुलर टीम का हिस्सा बन गये और इस तरह उनकी क्रिकेट के मैदान में खेलने की शुरुआत हुई।
शोएब ने कपिल शर्मा के शो में एक किस्सा शेयर किया। बताया कि 2004 और 2006 में इंडिया की टीम पाकिस्तान में खेलने आई तो वहां के लोगों ने बहुत प्यार दिया। पाकिस्तान की संसद के सामने वाली सड़कों पर इंडिया के झंडे लहरा रहे थे। भारतीय वहां खाना खाने जाएं तो कोई पैसे नहीं लेता था। शापिंग करो तो भी कोई पैसे नहीं लेता था।
उन्होंने कहा कि दोनों मुल्कों में कोई ऐसी चीज नहीं है जो एक जैसी न हो सिर्फ ख्यालात को छोड़कर जो अलग है। हरभजन ने भी बताया कि वहां न तो खाने के किसी ने पैसे लिये और न ही सामान लेने के ही लिये। वे बताये कि उन्होंने वहां अपनी मां और बहनों के लिए कई शाल लिये, लेकिन किसी ने पैसे नहीं लिये।
शोएब ने एक और किस्सा शेयर किया कहा कि उनकी इंग्लिश अच्छी नहीं है, वे ऑस्ट्रेलियन इंग्लिश को मिक्स करके काम चलाते थे, लेकिन उनका कॉन्फिडेंस इतना ज्यादा है कि कोई भी बात कहो, लोग कहने लगते थे कि वाऊ क्या बात है।
उन्होंने सचिन तेंदुलकर के साथ हुए एक मजाक के बारे में भी बताया। वे बताये कि एक बार वे तेंदुलकर को उठाने लगे और उनको मजाक में गिराना चाहते थे। उसके बाद वे डर गये और उनको छोड़ दिया। संयोग अच्छा था कि सचिन को कोई इंजरी नहीं हुई नहीं तो बुरा हाल होता। अगले दिन मैच भी था।