पाकिस्तान के क्रिकेटर बाबर आजम (Babar Azam) दुनिया के सबसे अच्छे बल्लेबाजों में से एक माने जाते हैं। उनका खेलने का तरीका और उनकी उपलब्धियों से उनके साथ के क्रिकेटर बहुत प्रभावित हैं। यहां तक पहुंचने के लिए बाबर ने बड़ी कड़ी मेहनत की थी। एक इंटरव्यू में बाबर ने बताया कि इसके पीछे कई लोगों का हाथ है। उनमें से एक उनके अब्बू भी हैं। बाबर ने बताया कि वे चाहे जितने अधिक रन से जीतें, उनकी टीम जीते, लेकिन उनके पिता तब तक खुश नहीं होते हैं, जब तक बाबर खुद मैच फिनिश नहीं करते हैं। आम तौर पर उनको खुश रखना बहुत कठिन काम है।
इसको लेकर कई तरह की बातें कही जाती हैं। कई लोग कहते हैं कि उनके अब्बू बड़े जिद्दी हैं। कई अन्य लोग कहते हैं कि वे कभी नहीं हो सकते हैं। लेकिन बाबर इसको दूसरे तरीके से देखते हैं। वे कहते हैं कि उनके अब्बू इसलिए ऐसा करते हैं ताकि वह और अच्छा खेल सकें। वह खुद को और बेहतर बना सकें।
इंटरव्यू में बाबर बताते हैं कि अपने अब्बू को खुश रखने के लिए बहुत कुछ करना पड़ता है। वे खुद को खुशनसीब पाते हैं कि अपने अब्बू की वजह से वे रास्ते से भटक नहीं पाते हैं। ऐसा कभी होने पर अब्बू नाराज होंगे और तब बाबर के लिए दिक्कत होगी।
बाबर आज जहां भी हैं, उसके लिए उनके अब्बू भी जिम्मेदार हैं। उनके अब्बू अगर इतनी सख्ती नहीं करते तो बाबर आजम इतने सफल नहीं होते। उनका मानना है कि खुद की मेहनत और अनुशासन तभी जारी रहते है, जब उस पर किसी तरह का दबाव पड़ता है। नहीं तो कोई भी इंसान लापरवाह हो जाता है।
हाल ही में पाकिस्तानी खिलाड़ी बाबर आजम ने इतिहास बनाते हुए एक दिवसीय क्रिकेट में सबसे तेज 5000 रन बनाने का रिकॉर्ड बनाया था। इससे पहले यह उपलब्धि दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ी हाशिम अमला के नाम दर्ज था। अमला ने यह उपलब्धि 101 पारियो में हासिल की थी। जबकि बाबर ने इसे 97 पारियों में ही हासिल कर ली थी। अब बाबर आजम क्रिकेट के लिहाज से कई मैचों में तेजी से रन बनाकर इसे और अधिक मजबूत करेंगे।