Munaf Patel and His Destiny: पिता करते थे दूसरे के खेत में काम, बड़ी मुश्किल से चलती थी जीविका, ऐसे हालात से निकले हैं मुनाफ पटेल
Munaf Patel and His Destiny: बेहद गरीब परिवार से निकलकर टीम इंडिया में खेलने तक का सफर तय करने वाले मुनाफ पटेल की किस्मत कभी उनके साथ नहीं रही। हालांकि मुनाफ पटेल जीवट और हिम्मत वाले इंसान रहे हैं, वे जल्दी हार नहीं मानते हैं और चुनौतियों का सामना करते हैं। गरीबी का आलम यह था कि उनके पिता दूसरे के खेत में काम करते थे, और उससे जो मिलता था उससे पूरे परिवार की जीविका चलती थी।
Munaf Patel and His Destiny: उनकी बात शेन वार्न नहीं माने तो टीम हार गई
मुनाफ पटेल के साथ हुई एक घटना बड़ी चर्चा में रही। जब वह आईपीएल में खेल रहे थे, तब उनकी टीम के कप्तान शेन वार्न थे। एक मैच के दौरान उनकी टीम की हालत खराब थी। उन्होंने शेन वार्न से कहा कि अगले ओवर की गेंदबाजी मुझसे करवाइये, लेकिन शेन वार्न नहीं माने और टीम हार गई।
इससे मुनाफ काफी नाराज हो गये। उन्होंने इसकी शिकायत टीम के मालिक से कर दी। इससे शेन वार्न की कप्तानी जाने का खतरा पैदा हो गया। आनन-फानन में शेन वार्न मुनाफ से बात करने और माफी मांगने पहुंचे तो मुनाफ ने गुस्से में गेट नहीं खोला।
उनके जीवन की एक और घटना है। वह जब स्कूल में पढ़ रहे थे, तो गरीबी की वजह से घर की हालत खराब थी। उन्होंने पिता की तरह खेत में काम करने का फैसला किया, लेकिन इसकी जानकारी उनके टीचर को हुई तो उन्होंने उनसे ऐसा नहीं करने को कहा। टीचर बोले कि अभी तुम काफी छोटे हो, फिलहाल पढ़ाई पर फोकस करो।
मुनाफ के करियर में लगातार चोटों ने काफी नुकसान पहुंचाया। इससे उन्हें मैचों से दूर कर दिया और उनकी निरंतरता को प्रभावित किया। लगातार चोटों ने उनकी शारीरिक सेहत पर असर डाला और घरेलू और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट दोनों में उनके प्रदर्शन को सीमित कर दिया।
चोटों से जूझने के बावजूद, मुनाफ पटेल अपने अंतरराष्ट्रीय करियर के दौरान अपनी पहचान बनाने में कामयाब रहे। उन्होंने खेल के विभिन्न प्रारूपों में भाग लेते हुए 2006 से 2012 तक भारतीय राष्ट्रीय क्रिकेट टीम का प्रतिनिधित्व किया। मुनाफ तेज गेंदबाज के रूप में अपनी गति और सटीकता उत्पन्न करने की क्षमता के लिए जाने जाते थे।