MS Dhoni International Duck out Debut: टीम इंडिया में महेंद्र सिंह धोनी की गिनती सबसे शांत खिलाड़ियों में होती है। वे सबसे सफल कप्तानों में से एक रहे हैं। मैदान पर विपरीत हालातों में भी अपने को सहज बनाए रखते हैं। धोनी का पहला अंतरराष्ट्रीय मैच 23 दिसंबर, 2004 को चट्टोग्राम (चटगांव) में बांग्लादेश के खिलाफ था। इस मैच में महेंद्र सिंह धोनी शून्य पर आउट हो गए थे। यह उनके लिए निराशाजनक शुरुआत थी। वह पहले मैच में बल्ले से योगदान देने में कामयाब नहीं हुए थे।
MS Dhoni International Duck out Debut: वह भारतीय क्रिकेट इतिहास के सबसे सफल और प्रतिष्ठित क्रिकेटरों में से एक रहे हैं
हालांकि, शुरुआती असफलता के बावजूद, धोनी की प्रतिभा और दृढ़ संकल्प ने अंततः उन्हें भारतीय टीम में जगह दिला दी और वह भारतीय क्रिकेट इतिहास के सबसे सफल और प्रतिष्ठित क्रिकेटरों में से एक बन गए। अगले मैच में उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ 148 रनों की पारी खेलकर अपने सेलेक्शन पर फिर मुहर लगा दी।
इसके बाद वे लगातार आगे बढ़ते रहे। 2011 में उनकी कप्तानी में भारतीय टीम 1983 के बाद दोबारा विश्व कप विजेता बनी। इसके पूर्व 2007 में वह पहले आईसीसी 20-20 विश्व कप में भारत को विश्व विजेता बना चुके थे।
धोनी की पहली अंतरराष्ट्रीय शुरुआत 2004 में भले ही बांग्लादेश के साथ रही हो, लेकिन इससे पहले 2003 में भारतीय ए टीम के केन्या दौरे में भी वह खेले थे। इसमें उनका भी नाम था। तब तक धोनी राज्य स्तरीय क्रिकेट में अच्छा नाम कमा चुके थे।
केन्या जाने वाली टीम का जब ऐलान हुआ तो उसमें धोनी का भी नाम था। केन्या में त्रिकोणीय सीरीज खेला जाना था। भारत और केन्या के अलावा तीसरी टीम पाकिस्तान की थी। महेंद्र सिंह धोनी ने वहां शानदार प्रदर्शन कर अपना भविष्य सुरक्षित कर लिया। भारत लौटे तो घरेलू टूर्नामेंटों में भी उनका वही फॉर्म बना रहा।
महेंद्र सिंह धोनी, जिन्हें एमएस धोनी या “कैप्टन कूल” के नाम से जाना जाता है, भारत के सबसे प्रसिद्ध और निपुण क्रिकेटरों में से एक हैं। उनका जन्म 7 जुलाई 1981 को झारखंड के रांची में हुआ था। धोनी एक विकेटकीपर-बल्लेबाज हैं और उन्हें सीमित ओवरों के क्रिकेट में सबसे महान फिनिशरों में से एक माना जाता है।
धोनी ने 2007 में भारतीय क्रिकेट टीम की कप्तानी संभाली। उनके नेतृत्व में, भारत ने उल्लेखनीय सफलता हासिल की, 2007 में पहला आईसीसी टी20 विश्व कप, 2011 में आईसीसी क्रिकेट विश्व कप और 2013 में आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी जीती।