Site icon Cricketiya

मां ने कहा 46 नंबर पहनो, पत्नी बोली 2 नंबर, सास-बहू के टकराव में सहवाग हुए परेशान, जानिये वीरू ने कैसे निकाला रास्ता

IPL 2023 | Team India Cricketer |

टीम इंडिया के पुराने खिलाड़ी विरेंदर सहवाग और उनकी पत्नी। (फोटो- फेसबुक)

विरेंदर सहवाग आम तौर पर अंधविश्वासी नहीं हैं, लेकिन उनकी मां जरूर हैं। एक इंटरव्यू के दौरान विरेंदर सहवाग ने खुलासा किया कि जब वह मैच खेलते थे तो मां और पत्नी दोनों लोग एक जगह बैठी रहती थीं, वहां से हटती नहीं थीं। विरेंदर ने बताया कि उनके पास एक टीशर्ट थी, जिसका नंबर 44 था, जो उनकी पसंद का नंबर नहीं था। लेकिन कपड़े बनाने वाली कंपनी ने किसी दूसरे का नाम और नंबर डालकर दिया था। संयोग से उस टीशर्ट को पहनने के बाद सहवाग का टीम में सेलेक्शन हो गया। उस नंबर की टीशर्ट को पहनकर वे खेलते रहे।

जब समय खराब आया तो मां और पत्नी ज्योतिष के हिसाब से नंबर तय करने लगीं

2005 के बाद जब समय खराब आया तो मां ने किसी ज्योतिषी से पूछा कि अच्छा समय लाने के लिए क्या करें। तो ज्योतिषी ने कहा कि 46 नंबर का टीशर्ट पहनें। तब सहवाग 46 नंबर का पहनने लगे, लेकिन उससे कोई फायदा नहीं हुआ। पत्नी ज्योतिष की किताबें पढ़ती है और इसकी जानकारी जुटाती है।

उसने कहा कि आपका नंबर 2 होना चाहिए। सहवाग बोले कि पत्नी के कहने पर 2 नंबर का टीशर्ट पहनने लगा। लेकिन उससे भी कुछ नहीं हुआ। एक चीज जरूर हुआ कि सास-बहू की लड़ाई शुरू हो गई और उसमें मैं फंस गया।

Also Read: व्‍हाट्सऐप फॉरवर्ड करने में सबसे आगे रहते हैं श‍िखर धवन, रवींद्र जडेजा हैं सबसे बड़े फेंकू

यदि मां की सुनता तो 46 नंबर पहनना पड़ता और पत्नी की सुनता तो 2 नंबर पहनना पड़ता। इससे परेशान होकर सहवाग ने 46 और 2 दोनों नंबरों की टीशर्ट बनवा ली। एक मैच में 46 पहनते थे, दूसरे में 2 नंबर की टीशर्ट पहनते थे। इस दौरान आईसीसी का रूल आया कि एक नंबर का ही टीशर्ट पहन सकते थे। उसे बदल नहीं सकते हैं। इसके बाद सहवाग ने नंबर पहनना ही बंद कर दिये।

सहवाग ने एक और बात बताई। उन्होंने कहा कि जब वे मैदान में खेलने जाते थे रस्सी के पार पहले दांया पैर रखते थे, क्योंकि आम तौर पर जब गृहप्रवेश करते हैं तब भी दांया पैर पहले रखा जाता है। उसके बाद मैं भगवान को याद कर लेता था कि आज कुछ कर दो। अगर भगवान ने कर दिया तो विपक्षी टीम का नुकसान हो जाता था और अगर नहीं किया तो हमारी टीम का नुकसान होता था।

Exit mobile version