Mohammad Kaif and Rinku Singh: मोहम्मद कैफ टीम इंडिया के लिए जब खेलते थे, तब उन्होंने कई शानदार पारियां खेलीं। कई मौकों पर भारत को जीत दिलाई और कठिन स्थितियों से बाहर निकाला। मोहम्मद कैफ जिस परिवार से आते हैं, वहां सभी लोग क्रिकेट ही खेलते थे। क्रिकेट उनके जीवन के साथ जुड़ा था और वे क्रिकेट बचपन से खेलते थे। पढ़ाई-लिखाई में बहुत अच्छे नहीं थे। ऐसे में अक्सर लोग यह जानने को उत्सुक रहते हैं कि मोहम्मद कैफ अगर क्रिकेटर नहीं होते तो क्या होते।
Mohammad Kaif and Rinku Singh Poverty: झाड़ू-पोंछा करने का काम करते थे रिंकू
स्पोर्ट्स क्रीड़ा को दिए एक इंटरव्यू में मोहम्मद कैफ ने एक मजेदार बात बताई। उन्होंने बताया कि कुछ दिन पहले रिंकू सिंह ने एक इंटरव्यू में कहा था कि वे कक्षा पांच के आगे नहीं पढ़ सके। उनके पिता घर-घर गैस सिलेंडर पहुंचाने का काम करते थे। इससे घर में बड़ी गरीबी थी। हालत ऐसी हो गई थी कि रिंकू सिंह को एक स्कूल में झाड़ू-पोंछा करने का काम मिला।
मोहम्मद कैफ रिंकू सिंह से खुद को जोड़ते हैं। उन्होंने कहा कि यूपी के लड़के ज्यादा पढ़ने पर फोकस नहीं करते हैं। रिंकू सिंह जैसी हालत यूपी के अधिकतर खिलाड़ियों की है। अगर वे पढ़ने-लिखने में अच्छा नहीं हैं, और खेलने में भी आगे नहीं बढ़ पाए तो वे जीवन चलाने के लिए छोटी-मोटी नौकरी करेंगे। कोई गार्ड बन जाता है तो कोई कहीं किसी दुकान पर काम करने लगता है।
अपने बारे में वे बताते हैं कि उन्हें नहीं पता कि अगर वे क्रिकेटर नहीं होते तो क्या होते। जब उनका पूरा परिवार क्रिकेट में ही रहा है तो यह नहीं पता कि खेल नहीं रहे होते तो क्या करते। शायद कोई छोटी नौकरी कर रहे होते। जीविका चलाने के लिए कहीं न कहीं तो हाथ-पांव मारते ही और कुछ न कुछ काम तो करते ही होते।