स्कोरर को देख उसी वक्त कर लिया था फैसला
इशांत ने उसी समय यह फैसला कर लिया कि वे उसी से शादी करेंगे। दरअसल वह स्कोरर लड़की बास्केटबॉल टीम की खिलाड़ी थी। उसका नाम प्रतिमा सिंह (Pratima Singh) है। उस मैच से पहले वह घायल हो गई थी, लिहाजा वह खेल नहीं पा रही थी तो स्कोरर की जिम्मेदारी निभाने लगी।
बहरहाल इशांत ने उनसे संपर्क साधा। दोनों में पहले दोस्ती हुई। दोनों लोग एक-दूसरे को पसंद करते थे। पांच साल तक इशांत और प्रतिमा एक-दूसरे से मिलते-जुलते रहे, फिर दोनों ने शादी कर ली।
ईशांत का जुनून केवल इश्क में ही नहीं, खेल में भी दिखता है। 2014 का एक किस्सा है। भारतीय टीम टेस्ट मैच खेलने इंग्लैंड गई हुई थी। लॉर्ड्स के मैदान में एक मैच के दौरान इशांत शर्मा ने शानदार बॉलिंग रिकॉर्ड बनाते हुए 74 रन देकर इंग्लैंड के 7 विकेट ले झटक लिये। लॉर्ड्स के मैदान में इस मैच में भारत को 1986 के बाद पहली जीत मिली। 28 साल बाद मिली इस सफलता का भारत के लिए खास महत्व था। उस समय भारत के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी थे।
एक इंटरव्यू में इशांत शर्मा बताते हैं कि इस मैच का मेरे लिए खास महत्व है। उन्होंने कहा कि लंच के पहले मोइन अली आउट हो गये। इसके बाद हम सब लोग ड्रेसिंग रूम की ओर जा रहे थे। तभी माही ने एक सलाह दी कि बिल्कुल नार्मल रहना। उन्होंने कहा, “अगर विकेट नहीं निकलते हैं, तब हम बाउंसर बॉलिंग करेंगे। मैंने बोला ठीक है। तब उन्होंने एक बात पूछी- थकेगा तो नहीं? मैंने बोला कि जब तक आप चाहते हैं, मैं तब तक बॉलिंग करूंगा। मैं तब तक गेंदबाजी करूंगा, जब तक पूरा मैच खत्म नहीं हो जाता है।”
इशांत ने बताया कि उस वक्त ड्रेसिंग रूम में टीम इंडिया के तत्कालीन कोच डंकन फ्लेचर भी थे। हम तीनों लोग वहां बातें कर रहे थे। फ्लेचर को भी मेरी ताकत पर संदेह था। फ्लेचर और माही भाई ने मुझसे पूछा कि क्या तुम दोबारा बॉलिंग करोगे? मैंने कहा खेल खत्म होने तक बॉलिंग करूंगा। वे बोले- नहीं, तुम इंसान हो और थक जाओगे। इशांत ने कहा कि अगर मैं थक जाऊं तो मुझे स्ट्रेचर पर ले जाइएगा। पूरा खेल खत्म होने तक मैं नहीं लौटूंगा।