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M S Dhoni: भारतीय खिलाड़ी Sachin Tendulkar के फैसले ने कैसे बदली M S Dhoni की किस्मत

M S Dhoni

M S Dhoni: भारत के दिग्गज कप्तान एम एस धोनी जिनका विनिंग परसेंटेज 53.61 है। (फोटो फेसबुक)

M S Dhoni: M S Dhoni भारत के ही नहीं बल्कि विश्व के सबसे सफल कप्तानों में से एक हैं। धोनी ने अपनी कप्तानी में भारत को न सिर्फ आईसीसी की ट्रॉफी का सूखा खत्म किया बल्कि भारत को हर फॉर्मेट में नंबर 1 भी बनाया। धोनी ने आईपीएल और चैंपियंस लीग में भी झंडे गाड़े हैं। धोनी ने आईपीएल में 5 ट्रॉफी जबकि Champions League में 2 ट्रॉफी Chennai Super Kings को जिताई है।

M S Dhoni: बीसीसीआई धोनी को कप्तान नहीं बनाना चाहती थी

धोनी इतने सफल कप्तान है लेकिन BCCI उनको कप्तान नहीं बनाना चाहती थी। साल 2007 में Team India वर्ल्ड कप के पहले दौर में ही हारकर बाहर हो गई थी। जिसके बाद टीम के कप्तान Rahul Dravid ने कप्तानी छोड़ दी थी। उसी समय क्रिकेट का नया प्रारूप टी 20 क्रिकेट आया ही था। बीसीसीआई ने पहले तो इस टूर्नामेंट को खेलने से मना कर दिया था।

लेकिन सभी बोर्डों की जबरदस्ती के बाद बीसीसीआई अपनी टीम को टी 20 वर्ल्ड कप में भेजने को राजी हो गई। बीसीसीआई तब टीम के वरिष्ठ खिलाड़ी Sachin Tendulkar को कप्तान बनाना चाहती थी। लेकिन सचिन कप्तान बनने को राजी नहीं थे। तब सचिन ने बीसीसीआई को एक नाम सुझाया वो नाम किसी और का नहीं था। बल्कि उस समय के विस्फोटक विकेटकीपर बल्लेबाज M S Dhoni का था।

Sachin Tendulkar: सचिन ने बीसीसीआई को मनाया

बीसीसीआई पहले तो सचिन की बात से राजी नहीं हुई लेकिन सचिन ने जब कप्तानी करने को बार बार मना कर दिया तब बीसीसीआई ने धोनी को कप्तान बनाने का फैसला लिया। सचिन अक्सर स्लिप में फील्डिंग करते थे और धोनी उनसे खेल के बारे में बात करते थे कि अब क्या किया जा सकता है। धोनी की गेम को पढ़ने की क्षमता बहुत अच्छी थी जिससे सचिन बहुत ज्यादा प्रभावित हुए थे। सचिन ने कप्तान बनने से ही मना नहीं किया बल्कि उस समय के सभी सीनियर खिलाड़ियों को उस वर्ल्ड कप में न जाने के लिए मना लिया। सचिन के कहने पर ही बीसीसीआई ने न सिर्फ धोनी को कप्तान बनाया बल्कि उस टूर्नामेंट के लिए एक नई टीम भी भेजी।

हालांकि उस टीम से किसी को भी जीतने की उम्मीद नहीं थी। लेकिन उस टीम ने वो कर दिखाया जो उस समय तक बड़े बड़े दिग्गजों ने मिलकर नहीं किया था। वो नई टीम एक नए कप्तान के नेतृत्व में जाकर पहली बार नया फॉर्मेट खेलते हुए खिताब जीतकर ले आई थी। बीसीसीआई के उस फैसले ने न सिर्फ धोनी की बल्कि भारतीय टीम की भी किस्मत बदल कर रख दी थी। टी 20 वर्ल्ड कप जिताने के बाद धोनी को वनडे की कप्तानी भी सौंप दी गई। जिसके 3 साल बाद ही धोनी ने वर्ल्ड कप भी भारत को जिताया। और साल 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी जीतकर आईसीसी की तीनों ट्रॉफी जीतने वाले इकलौते कप्तान बन गए।

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