दीपक चाहर क्रिकेट के जाने माने नाम हैं। वह पढ़ाई में अच्छे नहीं थे तो पिता ने क्रिकेटर बनाने का फैसला ले लिया। खुद कोच बने और 12 साल की उम्र से बेटे को क्रिकेट खेलाना शुरू किया। चाहर ने पिता का फैसला सही साबित करके दिखाया।
दाएं हाथ के बल्लेबाज चाहर का जन्म 7 अगस्त, 1992 को उत्तर प्रदेश के आगरा शहर में हुआ था। पिताजी भारत मां की सेवा करते थे और मां घर संभालती थीं। दीपक के पिताजी इंडियन आर्मी से रिटायर्ड हैं। दीपक की एक बड़ी बहन फिल्म एक्ट्रेस हैं।
दीपक के पिता और चाचा की शादी दो सगी बहनों से हुई। उनके चाचा का बेटा भी क्रिकेटर ही बना।
दीपक आर्मी स्कूल में पढ़ते थे। एक बार ऐसा हुआ क़ि एक ही दिन में स्कूल में तीन बच्चों के सर फोड़ दिए थे। अगले ही दिन प्रिंसिपल ने पिताजी को स्कूल बुलाया और बेटे को स्कूल से निकाले जाने की चिट्ठी थमा दी।
दीपक की शादी जया से हुई है। वह बिजनेस करती हैं। बिजनेस में दीपक भी उनके पार्टनर हैं। उन्हें दीपक ने मैच के दौरान ही प्रपोज कर दिया था और 1 जून, 2022 को आगरा में ही दोनों की शादी हो गई।
दीपक ने 2018 में पहला इंटरनेशनल वनडे दुबई में अफगानिस्तान के खिलाफ खेला था। 2010 में उन्होंने अपना पहला टी 20 मैच खेला था। आईपीएल में दीपक चेन्नई सुपर किंग्स के सदस्य हैं। 2022 के मेगा ऑक्शन में दीपक को चेन्नई सुपर किंग्स ने 14 करोड़ की मोटी रकम देकर टीम में लिया। दीपक पहले ऐसे क्रिकेट खिलाड़ी है जिन्होंने अंतर्राष्ट्रीय टी20 में हैट्रिक किया हो।
2022 में चोटिल होने की वजह से वह आईपीएल नहीं खेल पाए थे। पर 2023 में उन्होंने वापसी की। फाइनल से पहले के तीन ही मैचों में आठ विकेट ले लिए। चाहर की टीम चेन्न्ई सुपर किंग्स 2023 में दसवीं बार आईपीएल फाइनल में पहुंची। अपनी टीम के विदेशी खिलाड़ियों को मॉटिवेट करने के लिए उन्होंने इनामी राशि को उनकी देश की करेंसी में बदल कर बताया।