Kapil Dev and his English: भारत के महान क्रिकेटर कपिल देव की अंग्रेजी शुरू में अच्छी नहीं थी। इसको लेकर कई बार उनका मजाक उड़ाया गया। जब वे टीम इंडिया में शीर्ष स्थान पर थे और उनको कप्तान बनाने की बात चल रही थी, तब चयनकर्ताओं ने कहा कि जिसको अंग्रेजी नहीं आती है, उनको कप्तान कैसे बना दें।
मद्रास के जॉली रोवर्स क्रिकेट क्लब (Jolly Rovers Cricket club) के साथ सनमार परिवार (Sanmar family) के संबंधों के 50वें वर्ष के समापन समारोह में आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने इसको लेकर एक मजेदार किस्सा सुनाया।
Kapil Dev and his English: स्कूल क्रिकेट से कपिल भरत रेड्डी के प्रशंसक थे
उन्होंने कहा कि एक बार वे पटना गये, वहां पर उनके बहुत ही करीबी मित्र भरत रेड्डी से मुलाकात हुई। कपिल देव ने कहा कि जब वे बड़े हो रहे थे, तब वे भरत रेड्डी को खेलते हुए देखते थे और उनसे बहुत प्रभावित हुए। उनकी शर्ट के आगे के बटन खुले रहते थे और कॉलर ऊपर रहते थे। कपिल देव ने कहा कि जब वे स्कूल क्रिकेट में खेलते थे, तब से वे उनके प्रशंसक हैं।
कपिल देव ने बताया कि जब वे पहली बार पाकिस्तान टूर पर गये तो उनके रूममेट भरत रेड्डी थे। इस दौरान एक अजीब वाकया हुआ। भरत रेड्डी हिंदी नहीं बोल पाते थे और कपिल देव अंग्रेजी नहीं बोल पाते थे।
कपिल देव ने कहा कि एक बड़ा अच्छा काम यह हुआ कि वे उनसे काफी कुछ अंग्रेजी सीख सके और भरत रेड्डी कपिल से हिंदी सीख पाए। इससे उनके बीच काफी दोस्ताना रिश्ता हो गया और वे आज उनके बहुत ही प्रिय दोस्त हैं।
कपिल देव ने कहा कि वे पहले भारतीय कप्तान थे, जो अंग्रेजी नहीं जानते थे। चयनकर्ता भी हैरान थे कि कपिल को कैसे कप्तान बनाया जाए। वे बताते हैं कि उनको अच्छी तरह से यह याद है कि चयनकर्ता कहते थे कि कपिल को कैसे यह जिम्मेदारी दी जाए, जब वे अंग्रेजी नहीं जानते हैं।
कपिल ने बताया कि उन्होंने खुद से कहा कि आक्सफोर्ड या कैंब्रिज से कोई इंसान ले आइये जिसे कप्तान बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि आप क्रिकेटर बनाना चाहते हैं या वह इंसान जो अंग्रेजी में बोल सके। इस तरह की बातें उनके दिमाग में बार-बार घूमती रहती थी। कपिल देव ने ऐसी कई बातें बताईं जो मजेदार थीं और उन्होंने अपने संघर्ष के दिनों में उनका सामना किया था।