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जब जावेद मियांदाद मैदान पर मेंढक की तरह कूदने लगे, क्रिकेट इतिहास में बन गई थी चर्चित घटना, जानिये पूरा मामला

जावेद मियांदाद और किरण मोरे। (फोटो फेसबुक)

1990 के दशक में भारतीय क्रिकेट टीम में किरण मोरे विकेट कीपर के रूप में मजबूत खिलाड़ी के रूप में चर्चित थे। वे बॉल को रोकने और बैट्समैन को रनआउट करने में काफी फुर्ती से जुटे रहते थे। इस कारण वह बहुत जल्दी-जल्दी अपील भी करते थे। इसको लेकर एक बार उनका पाकिस्तान के क्रिकेटर जावेद मियांदाद से झगड़ा भी हो गया था। यह किस्सा काफी मशहूर है।

1992 के वर्ल्ड कप में ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में मैच चल रहा था। भारत के खेलने के बाद पाकिस्तान की टीम बैटिंग करने उतरी। जब मियांदाद बैटिंग कर रहे थे, तब किरण मोरे के कई बार अपील करने पर मियांदाद भड़क गये और मैदान में ही मेंढक की तरह उछलने लगे। यह देख एकबारगी तो मैदान में अजीब नजारा दिखने लगा। हर कोई हैरान था। बाद में कप्तान अजहरुद्दीन, अंपायर और दूसरे सीनियर खिलाड़ियों ने किसी तरह मामला खत्म किया। लेकिन यह विवाद क्रिकेट इतिहास की चर्चित घटना बन गया।

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इतना ही नहीं किरण मोरे और जावेद मियांदाद के बीच विवाद 1996 में एशिया कप में भी हुआ। भारत और पाकिस्तान के बीच मैच के दौरान जावेद मियांदाद ने किरण मोरे के साथ गाली-गलौच करने लगे। इसके बाद दोनों खिलाड़ियों के बीच जमकर कहासुनी हुई। जावेद मियांदाद ने किरण मोरे पर गाली देने का आरोप लगाया था।

दूसरी तरफ किरण मोरे ने जावेद मियांदाद पर आरोप लगाया कि उन्होंने उनको अंग्रेज़ी में अपशब्द बोले। हालांकि जावेद मियांदाद ने इन आरोपों को नकार दिया। इसके बाद जावेद मियांदाद को भारत में मैच खेलने से भी रोक दिया गया था।

किरण मोरे ने अपने कैरियर की शुरुआत 1984 में इंग्लैंड के खिलाफ पुणे में खेले गये मैच से किया। मोरे ने टीम इंडिया के लिए 94 वनडे खेले। 65 पारियों में 22 बार नाबाद रहते हुए 13.09 की औसत से उन्होंने 563 रन बनाये।

जावेद मियांदाद अपने देश के लिए कुल 124 टेस्ट और 233 वनडे मैच खेले हैं। उन्होंने अपने वनडे की शुरुआत 1975 में किया था। उसके एक साल बाद उन्होंने टेस्ट मैच में डेब्यू किया। 1992 में जब पाकिस्तान ने विश्व कप जीता था, तब वह टीम का हिस्सा थे। करीब 21 साल अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को देने के बाद मियांदाद ने 1996 में क्रिकेट से संन्यास ले लिया।

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