रवि शास्त्री भारतीय क्रिकेट में काफी लंबे समय से जुड़े रहे हैं। एक खिलाड़ी, कप्तान, कमेंटेटर और हेड कोच के रूप में उनके अनुभव से खिलाड़ियों को काफी फायदा भी मिलता रहा है। शास्त्री ने अपनी ऑटोबॉयग्राफी “स्टारगेजिंग- द प्लेयर्स ऑफ माय लाइफ” में कई ऐसे बातों को उजागर किया है, जो न केवल मजेदार हैं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय मैचों में खिलाड़ियों के आपसी बांडिंग का भी परिचय देते हैं। उन्होंने इसमें यह भी बताया है कि ड्रेसिंग रूम में खिलाड़ियों का एक-दूसरे के प्रति कैसा व्यवहार रहता था। इसमें पाकिस्तानी खिलाड़ियों का खास तौर पर जिक्र है।
पाकिस्तान को एक रन की जरूरत थी, लेकिन बल्लेबाज रनआउट हो गये थे
क्रिकेट के इतिहास में एक किस्सा बड़ा मशहूर है। 1987 में पाकिस्तान की टीम भारत में खेलने के लिए आई थी। इस दौरान हैदराबाद के मैच में भारत और पाकिस्तान का मैच ड्रा हो गया। दरअसल पाकिस्तान को जीत के लिए एक रन की जरूरत थी, लेकिन उसके बल्लेबाज अब्दुल कादिर रन लेने के लिए दौड़े तो आउट हो गये। इससे मैच ड्रा हो गया, लेकिन मैच में भारत के छह विकेट ही आउट हुए थे और पाकिस्तान के सात विकेट आउट हुए। इससे नियम के मुताबिक भारत जीत गया। इससे मियांदाद भड़क उठे। उन्होंने इसे गलत करार दिया।
मैच के बाद मियांदाद भारत के खिलाफ बेईमानी का आरोप लगाने लगे
मैच खत्म होने के बाद वे भारतीय खिलाड़ियों के ड्रेसिंग रूम में पहुंच गये और चिल्ला-चिल्लाकर कहने लगे कि यह बेईमानी है। भारत चीटिंग करके जीता है। शास्त्री बताते हैं कि यह उन्हें अच्छा नहीं लगा और वे अपना जूता उठाकर पाकिस्तानी ड्रेसिंग रूम तक उनको दौड़ा लिये। इस दौरान इमरान खान ने बीच बचाव कर मामला शांत कराया।
जावेद मियांदाद जुझारू और कभी हार नहीं मानने वाले क्रिकेटर रहे हैं। मैदान और मैदान के बाहर उनकी कई गतिविधियां विवादित रही है। पाकिस्तान टीम के लिए मियांदाद का योगदान काफी अधिक है, लेकिन उनके विवादित किस्से भी कम नहीं हैं। वे बहुत जल्दी उत्तेजित हो जाते हैं और फिल्ड और ड्रेसिंग रूम दोनों जगह झगड़े पर उतारू हो जाते हैं।
इसी तरह इमरान खान का भी एक समय पाकिस्तान दबंग की छवि थी। वह मैदान पर ही अपने खिलाड़ियों पर दबंग जैसा रवैया अपनाने लगते थे। इसके चलते उनके खिलाड़ी उनसे खौफ खाते थे।