Jacob Martin accident and Generosity of Cricketers: पूर्व क्रिकेटर जैकब मार्टिन दाएं हाथ के बल्लेबाज और दाएं हाथ के ही ऑफब्रेक गेंदबाज रहे हैं। वह गुजरात के रहने वाले हैं तथा बड़ौदा, रेलवे और आसाम की ओर से खेला करते थे। वह पहली बार सौरव गांगुली की कप्तानी में टीम इंडिया में शामिल हुए थे। 27 दिसंबर 2018 को वे एक सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गए थे। उस समय वह अपने बच्चों के लिए आईसक्रीम लेने गये थे, लौटते वक्त उनके साथ हादसा हो गया था।
Jacob Martin accident and Generosity of Cricketers: पत्नी ख्याति ने क्रिकेट जगत से जिंदगी बचाने के लिए मदद की गुहार लगाई थी
बीसीसीआई और बीसीए के पूर्व सचिव संजय पटेल ने एक इंटरव्य़ू में बताया कि हालत इतनी खराब हो गई थी कि उनकी सांसें लाइफ सपॉर्ट सिस्टम के सहारे चल रही थी। उनके इलाज के लिए घर में पैसे बिल्कुल नहीं थे। पत्नी ख्याति मार्टिन ने क्रिकेट जगत से उनकी जिंदगी बचाने के लिए मदद की गुहार लगाई तो कई खिलाड़ी आगे आए।
सौरव गांगुली और सचिन तेंदुलकर ने भी मदद की पेशकश
उन्होंने बताया कि उनकी पत्नी की गुहार पर सौरव गांगुली और सचिन तेंदुलकर से लेकर उस समय के टीम इंडिया के तकरीबन सभी बड़े खिलाड़ियों ने मदद को अपने हाथ बढ़ाए थे।
उनकी पत्नी ने बीसीसीआई को लिखे पत्र में कहा था कि उनकी मदद करें, वह बहुत संकट में हैं। कहीं से पैसे नहीं मिले तो उनकी जान खतरे में पड़ सकती है।
सबसे पहले पूर्व भारतीय कप्तान सौरभ गांगुली ने उन्हें फोन कर मदद का भरोसा दिया। इनके अलावा बीसीसीआई और बड़ौदा क्रिकेट एसोसिएशन ने भी मदद को हाथ बढ़ाए। सचिन तेंदुलकर, क्रूणाल पांड्या, इरफान पठान और यूसुफ पठान, जहीर खान, आशीष नेहरा से लेकर तमाम क्रिकेट संगठनों ने भी आगे आकर अपनी ओर से इलाज में आर्थिक बंदोबस्त किया।
मार्टिन ने 1991-92 में बड़ौदा के लिए प्रथम श्रेणी के पहले ही मैच में गुजरात के खिलाफ एक पारी में 5 विकेट लिए और 50 रन बनाए। उनका सबसे अच्छा प्रदर्शन 1998-99 में था, जब उन्होंने रणजी ट्रॉफी में बड़ौदा के लिए 103.70 की औसत से 5 शतकों सहित 1037 रन बनाए। इस उपलब्धि ने उन्हें रणजी ट्रॉफी सीज़न में 1000 से अधिक रन बनाने वाले छठा खिलाड़ी बना दिया था।