Ishan kishan and Father Illness: ईशान किशन ने पहली बार साल 2016 में आईपीएल खेला था। 2023 आईपीएल के लिए मुंबई इंडियंस ने ईशान को 15.25 करोड़ रुपए में खरीदा था। 2018 में इसी टीम ने उन्हें 6.2 करोड़ रुपए में खरीदा था। उस बार जब नीलामी चल रही थी तो उनके पिता स्वास्थ्य जांच के लिए अस्पताल में थे। इसी बीच, उन्हेंं खबर मिली कि ईशान का सेलेक्शन हो गया।
Ishan kishan and Father Illness: अस्पताल में भर्ती थे पिता, बेटे का सेलेक्शन की खबर सुनते ही खुशी से पागल हो उठे
इतना सुनते ही वह खुशी से पागल हो गए और उनकी सारी बीमारी हवा हो गई। डॉक्टर्स कहते रह गए जांच करा लीजिए, पर ईशान के पिता ने कहा- सब ठीक है, मुझे कुछ नहीं हुआ। ईशान तो बेफिक्र थे। उन्हें मोनू भाई से इसकी खबर मिली। उनके पिता को एक करीबी व्यक्ति ने अस्पताल में यह खबर सुनाई थी।
Ishan kishan and Father Illness: आईपीएल के लिए पहली बार बिका तो आकाश अंबानी का फोन आया
एक इंटरव्यू में ईशान किशन ने बताया कि पहली बार जब बिके तो आकाश अंबानी का फोन आया था। यह उनके लिए बहुत बड़ी बात थी और सबको वह गर्व से बता रहे थे- आकाश भाई का फोन आया था। लोग पूछते- कौन आकाश? तब ईशान बोलते- आकाश अंबानी।
Ishan kishan and Father Illness: टीम इंडिया के लिए चयन होने पर खुशी में पूरा घर रो रहा था
जब टीम इंडिया के लिए ईशान का चयन हुआ तो उस समय का नजारा कुछ और ही था। घर के सभी लोग रो रहे थे। बाद में मम्मी से बात हुई तो उन्होंने कहा- पापा से बात करो। पापा से बात की तो वह रो रहे थे। भैया को फोन किया तो वह भी रो रहे थे। मैंने कहा- चलो तीन दिन बाद बात करते हैं।
18 जुलाई, 1998 को पटना में जन्मे ईशान शुरुआती समय में पढ़ाई के साथ-साथ खेल और रोज मर्रा के काम निपटाने के मामले में थोड़े लापरवाह और आलसी थे। आईपीएल में जब वह गए तो वहां हार्दिक पांड्या का शेड्यूल और काम को लेकर समर्पण आदि देख कर वह प्रभावित हुए। हार्दिक ने खुद ईशान को समझाया भी। हार्दिक ने उन्हें साफ कह दिया था- जब तक तुम सब कुछ ठीक नहीं करोगे, तुम्हें नहीं खेला सकता।
बिहार के ईशान जब पहली बार झारखंड गए खेलने तो एक रूम में दो-तीन लड़कों के साथ रहते थे। वे लड़के अगर कहीं खेलने चले जाते तो ईशान खाना भी नहीं खाते थे। पास की दुकान से आइसक्रीम या कोल्ड ड्रिंक ले लेते थे और रात में उसी से काम चला लेते थे। घर वाले पूछते तो झूठ कह देते कि सीनियर ने खाना बनाया था तो उन्होंने ही खिला दिया था।