बिहार की राजधानी पटना के रहने वाले ईशान किशन जब छोटे थे, तब स्कूल में उनका पढ़ाई-लिखाई में बिल्कुल मन नहीं लगता था। स्कूल में वह कॉपी पर होमवर्क करने के बजाए क्रिकेट के बैट-बॉल के चित्र बनाया करते थे। इसकी वजह से टीचर उनसे परेशान हो गए और उन्हें स्कूल से बाहर निकाल दिया। इससे ईशान को बड़ी खुशी हुई। उनको क्रिकेट में जुनून की हद तक रुचि थी।
बड़े भाई खुद अच्छे क्रिकेटर रहे, लेकिन उन्होंने ईशान को आगे बढ़ाया
ईशान किशन के बड़े भाई राज किशन एक अच्छे क्रिकेटर रहे हैं और राज्यस्तरीय टीम में खेलते रहे हैं। लेकिन जब उन्होंने अपने छोटे भाई में क्रिकेट का जुनून देखा तो खुद पीछे हट गये। इसके बाद राज किशन ने ईशान को आगे बढ़ाने के लिए हर स्तर पर मदद की।
अंडर-19 विश्वकप में किया भारत का नेतृत्व किया और उपविजेता बने
ईशान किशन के कुछ रिकार्ड बड़े शानदार हैं। ईशान के नेतृत्व में अंडर-19 टीम 2016 के विश्व कप में लगातार 5 मैचों में किसी भी टीम से हारी नहीं। फाइनल में उनका मुकाबला वेस्टइंडीज की टीम से हुई। फाइनल में वह विजेता नहीं बन पाई और वेस्टइंडीज जीत गया।
ईशान ने रणजी ट्रॉफी मैच में दिल्ली के खिलाफ एक पारी में 14 छक्के लगाकर रिकॉर्ड कायम कर दिया। इसके अलावा ईशान ने अपने पहले ही अंतरराष्ट्रीय मैच में अर्धशतक लगाया था।
ईशान किशन आईपीएल के इतिहास में युवराज सिंह के बाद सबसे महंगे बिकने वाले खिलाड़ी हैं। मुंबई इंडियंस ने उन्हें 2022 के मेगा नीलामी में 15.25 करोड़ में खरीदा था।
ईशान को पहली बार आईपीएल में 35 लाख रुपये में खरीदा गया था। इसके बाद मुंबई इंडियंस ने उन्हें 6.2 करोड़ रुपये में खरीदा था।