टी 20 क्रिकेट का मुकाबला हो तो अब ज्यादातर टीमें यही चाहती हैं कि बल्लेबाजी का मौका बाद में मिले। अब वो जमाना गया कि स्कोरबोर्ड पर लिखा स्कोर देख कर बाद में बल्लेबाजी करने वाली टीम प्रेशर में आ जाती है। अगर मैदान थोड़ा छोटा हो और उस पर ओस हो तो उल्टा कॉन्फिडेंस बढ़ जाता है। हालांकि, इसका मतलब यह नहीं कि बाद में बल्लेबाजी का मतलब जीत ही है। लेकिन, अगर टीम गुजरात टाइटंस की हो तो यह बात अपवाद लगती है। कम से उसके शुरुआती रिकॉर्ड तो यही बताते हैं।
बाद में बल्लेबाजी कर जीतने के मामले में गुजरात टाइटंंस सब पर भारी
बाद में बल्लेबाजी कर जीतने के मामले में गुजरात टाइटंंस सब पर भारी है आईपीएल सीजन 2023 में 4 अप्रैल तक खेले गए मैच को शामिल करें तो गुजरात टाइटंस ने 11 मैचों में बाद में बल्लेबाजी की और केवल एक में हारी। इस दिन गुजरात टाइटंस ने दिल्ली कैपिटल्स को 6 विकेट से हराया और बाद में बल्लेबाजी करते हुए लगातार दसवीं जीत हासिल की।
गुजरात टाइटंस के खिलाड़ियों को लगता है कि उनके लिए टारगेट चेज करते हुए मैच जीतना बहुत आसान है और इसका कारण यह है कि वे टारगेट से जरा भी प्रेशर में नहीं आते और बिल्कुल शांत होकर खेलते हैं। मैच के बाद टीम के खिलाड़ी मिलर ने जीत की वजह इसी को बताया।
कैप्टन और कोच का बढ़िया तालमेल भी जीत की एक वजह बताई जा रही है
साथ में कैप्टन और कोच का बढ़िया तालमेल भी जीत की एक वजह बताई जा रही है। गुजरात टाइटंस के कैप्टन हार्दिक पांड्या और कोच आशीष नेहरा हैं।
एक और खास बात यह है कि टीम के खिलाड़ी शुभमन गिल इन दिनों शानदार खेल दिखा रहे हैं। आईपीएल 2022 में भी शुभमन गुजरात टाइटंस के दूसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी थे। तब उन्होंने 483 रन बनाए थे। 2023 के शुरुआती मैचेां में भी उनका प्रदर्शन अच्छा रहा है।
गुजरात टाइटंस आईपीएल में पहली बार 2022 में ही खेली थी और चैंपियन बन गई थी। 2022 में उसने नौ में से आठ मैच टारगेट चेज करते हुए जीते थे।
वैसे आईपीएल के अब तक (4 अप्रैल, 2023) के रिकॉर्ड को ध्यान में रखा जाए तो केकेआर ने सबसे ज्यादा 120 मैचों में बाद में बल्लेबाजी की है। इनमें से 70 में जीत और 48 में केकेआर की हार हुई। दो मैच या तो बराबरी पर या बिना हार-जीत के फैसले के खत्म हुआ।
सबसे ज्यादा बार आईपीएल चैंपियन बनने वाली मुंबई इंडियंस की बात करें तो इस टीम ने 108 मैचों में बाद में बल्लेबाजी की है। 63 में जीत और 43 में मुंबई इंडियंस की हार हुई है। दो मैच या तो टाई रहा या बिना फैसले के खत्म हुआ।
दिल्ली कैपिटल्स ने टारगेट का पीछा करते हुए 124 मैच खेले हैं, जिनमें 62 जीते और 61 हारे हैं। चेन्नई सुपर किंग्स ने 95 मैचों में बाद में बल्लेबाजी का फैसला लिया। इनमें से 61 में टीम को जीत मिली और 33 में हार। रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने बाद में बल्लेबाजी करते हुए 115 में से 60 मैच जीते और 53 हारे हैं।