शिखर धवन को अंडर-16 में कम रन बनाने पर टीम से निकाल दिया गया था, निराशा में चले गये जूता फैक्ट्री में काम करने, जानिये कैसे की क्रिकेट में वापसी
भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ी शिखर धवन (Shikhar Dhawan) के क्रिकेट के शिखर पर पहुंचने की कहानी भी बड़ी मसालेदार है। वह जब क्रिकेट खेलना शुरू किए थे तो काफी मेहनत करते थे। मेहनत तो अब भी करते हैं, लेकिन वह नए खिलाड़ी के रूप में नहीं है। अब उनकी एक पहचान है और वह टीम इंडिया के लिए अंतरराष्ट्रीय मैचों में कई बार अपना पराक्रम दिखा चुके हैं। इस समय वह आईपीएल 2023 के 16वें सीजन में पंजाब किंग्स की ओर से टीम का नेतृत्व कर रहे हैं।
सेल्समैनी से भी दो दिन बाद मन टूट गया
शिखर धवन को अपनी शुरुआत में अंडर-16 में एक बार कम रन बनाने पर टीम से बाहर कर दिया गया था। तब वह काफी निराश हो गये थे। यहां तक कि वह क्रिकेट में अपना कैरियर भी बनाने की बात छोड़ चुके थे। वह अपने मौसा के पास चले गये और उनके जूते की दुकान पर सेल्समैन के रूप में काम करने लगे। लेकिन दो दिन बाद ही उनका मन उचट गया।
कोच से बारीकियां सीखने के बाद मिली अंडर-19 टीम में जगह
वह वहां से भी निकल गये और फिर अपने कोच के पास गये। उनसे बारीकियां सीखनी शुरू की और अंडर-17 टीम में जगह पा गये। इस बार शिखर धवन खुद को साबित करने के लिए जी जान से लग गये। इसका नतीजा यह रहा कि वहां जबर्दस्त रन बनाते हुए रिकॉर्ड कायम कर दिया। शानदार प्रदर्शन के बल पर उनको अंडर-19 टीम में जगह मिल गई।
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इसके बाद शिखर धवन लगातार बढ़ते ही गये। पहले विजय मर्चेंट ट्राफी, फिर कूच बिहार ट्राफी और इसी तरह वे अन्य घरेलू टूर्नामेंट में खेलते हुए लगातार आगे बढ़ते रहे है।
उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 42.62 की औसत से 2046 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने छह शतक और पांच अर्धशतक भी बनाये। टेस्ट क्रिकेट में उनका उच्चतम स्कोर 190 रन का रहा है। दूसरी तरफ एक दिवसीय मैचों में अब तक उन्होंने 45.90 की औसत से 4361 रन बनाये हैं। एक दिवसीय मैचों में उन्होंने 13 शतक और 25 अर्धशतक भी बनाए हैं। उनका उच्चतम स्कोर 137 रन का रहा है।