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IPL 2023: क्रिकेट खेलने पर पिता बेल्ट से पीटते थे, U-14 का कप्तान बना तो भावुक हो गये, पढ़ें खलील के जुनून का किस्सा

Delhi Capitals | IPL | Khaleel Ahmed |

दिल्ली कैपिटल्स के मध्यम गति के तेज गेंदबाज खलील अहमद। (फोटो- फेसबुक)

आईपीएल 2023 में दिल्ली कैपिटल्स की ओर से बाएं हाथ के मध्यम तेज गेंदबाज के रूप में लिये गये खलील अहमद अपने सफर में कई जख्मों की पीड़ा सहे हैं। अनिश्चित भविष्य का खतरा और कामयाब न होने पर आय का दूसरा कोई दूसरा रास्ता नहीं होने के दहशत के बीच वे अपने जुनून के पीछे लगे रहे। खलील के पिता क्रिकेट खेलने के सख्त खिलाफ थे। वह चाहते थे कि बेटा घर की जरूरतों के प्रति अपनी जिम्मेदारी समझे। उनकी इच्छा थी कि खलील डॉक्टर बनें।

पिता पढ़ाई करने और घर के कामकाज करने पर देते थे जोर

राजस्थान के टोंक जिले के एक कंपाउंडर के बेटे खलील अहमद के घर में मां-बाप के अलावा तीन बड़ी बहनें थीं। पिता-पुत्र के अलावा कोई दूसरा पुरुष नहीं था। ऐसे में पिता चाहते थे कि जब वह अपने काम पर जाएं तब खलील पढ़ाई करे और घरेलू काम को देखे। उनकी इच्छा थी कि मैं अपना भविष्य सुरक्षित कर लूं।

पिता के काम पर जाने के बाद खलील सीधे मैदान का रुख करते थे

जिओ सिनेमा पर आकाश चोपड़ा के साथ एक इंटरव्यू में खलील अहमद ने अपने सफर के बारे में बताया, “मैं अक्सर डैडी के जाने के बाद मैदान पर क्रिकेट खेलने चला जाता था। जब वे वापस आते थे तो मुझे न देखकर काफी नाराज होते थे। वे सख्त मिजाज इंसान थे।”

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खलील का कहना है कि कई बार मां उनसे मेरी शिकायत कर देती थीं। इस पर वे मुझे बहुत पीटते थे। कई बार बेल्ट से पीटते थे। उसके निशान मेरी पीठ पर साफ देखे जा सकते हैं। पिता से पिटाई के बाद तीनों बहने मेरे पीठ के जख्मों को ठीक करने की कोशिश करती थीं।

इंटरव्यू में खलील ने बताया, “पिता तभी तक मुझसे नाराज थे, जब तक उन्हें यह भरोसा नहीं हो गया कि मैं क्रिकेट में अच्छा कर रहा हूं और इसमें आगे बढ़ सकता हूं। एक बार जब उन्हें यह विश्वास हो गया तो अगले दिन से वे स्वयं क्रिकेट खेलने के लिए कहने लगे थे। इतना ही नहीं पिता ने यह भी कहा कि कोशिश करो, अगर नहीं सफल हुए तो मेरी पेंशन से तुम्हारी जीविका चलेगी।”

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